सीपीसीबी के मुताबिक, एनसीआर के गाजियाबाद, नोएडा व फरीदाबाद में वायु गुणवत्ता सबसे ज्यादा खराब दर्ज की गई। इसके अलावा सात अन्य इलाकों आनंद विहार, मुंडका, आरके पुरम, रोहिणी, विवेक विहार, जहांगीरपुरी व नेहरू नगर में वायु की गुणवत्ता बदतर तो वहीं दूसरी ओर 20 क्षेत्रों में यह सबसे खराब दर्ज की गई।
राजधानी में पीएम 2.5 की मात्रा 221 तो पीएम 10 की मात्रा 389 दर्ज की गई। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेटर फोरकास्टिंग (सफर) ने अपने आकलन में कहा कि राजधानी की आबोहवा आने वाले दो दिनों में और खराब होगी।
सफर का कहना है कि राजधानी में हवा की गति मंद है। इसके अलावा पश्चिमी गड़बड़ी नमी लाकर व हवा को भारी कर वायु की गुणवत्ता को बिगाड़ सकती है। तापमान में कमी व हल्की धुंध के कारण अगले दो दिनों में वायु गुणवत्ता बेहद खराब के स्तर पर पहुंचेगी। अगर हल्की बारिश होती है तो वायु गुणवत्ता में बुधवार तक सुधार होगा।
कम बारिश होने से नमी बढ़ने के कारण वायु गुणवत्ता खराब होने की आशंका है। इसके मद्देनजर वायु प्रदूषण का स्तर बेहद खराब रहेगा। सफर के मुताबिक, वायु में फैले प्रदूषक एनओएक्स व सीओ के बढ़ने की भी संभावना है।