योग से सधता है मन, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
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वह इस समय धर्मशाला हिमाचल प्रदेश में योगशाला में योग सिखा रहे हैं। वहां अपने संदेश में स्वामी शिवपाद ने कहा कि कोई भी प्रतिक्रिया अस्थिर मन से होती है, जबकि मन स्थिर होने से हम कोई भी कर्म बड़ी कुशलता से कर लेते हैं। उनका कहना है कि सिर्फ मेहनत से कर्म की सिद्घि नहीं होती है, उसमें युक्ति (स्किल) की भी जरूरत पड़ती है। यह योग से आता है, क्योंकि योग सिर्फ आसन और प्राणायाम नहीं है। स्वामी जी ने 21 जून को कानपुर में अमर उजाला की तरफ से आयोजित योगशाला में सभी से आने का आग्रह किया। योगशाला परशुराम वाटिका में सुबह पांच बजे से आयोजित होगी।
एलआईसी लगाएगी हेल्थ चेकअप कैंप
कानपुर के परशुराम वाटिका में आयोजित होने वाली अमर उजाला की योगशाला के अवसर पर आयोजन की सहयोगी संस्था एलआईसी सुबह पांच बजे से सात बजे तक निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर भी लगाएगी। शिविर में ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर की जांच की जाएगी। इस मौके पर एलआईसी के कर्मचारी भी सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे।
योग से मोटापा दूर, स्किन चमकदार
असिस्टेट प्रोफेसर मेडिकल कालेज डॉ. सौरभ अग्रवाल ने कहा कि शरीर को स्वस्थ रखने में योग अत्यंत महत्वपूर्ण है। योग से मोटापा दूर रहता है। डायबिटीज कंट्रोल रहती है। स्किन चमकदार रहती है और असमय झुर्रियों से भी निजात मिलती है। सांस की समस्या में राहत मिलती है। इससे शरीर को सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। योग से बीमारी से लड़ने की क्षमता आती है। मन यदि शांत और खुश है तो आधी बीमारी अपने आप कम होती है। बस जरूरी ये है कि योग किसी कुशल शिक्षक से सीखकर ही करना चाहिए। कु छ बीमारियों में इसके नुकसान भी हैं।