अगर आप कुत्ते पाल रहे तो आप हैं अमीर

अगर आपके घर में कुत्ता पला है तो आप अमीर लोगों की श्रेणी में आएंगे। जीएसटी काउंसिल ने कुत्ते को पालना जरूरत नहीं, बल्कि विलासिता माना है। जीएसटी में कुत्तों के खानपान वाले आइटम में साढ़े तीन फीसदी टैक्स बढ़ा दिया है। इस पर अब 14.50 फीसदी के बजाय 18 फीसदी टैक्स देना होगा। 

अगर आप कुत्ते पाल रहे तो आप हैं अमीरजीएसटी लागू होने के बाद लोगों को कुत्तों के खानपान और साफ सफाई वाले आइटमों पर अधिक खर्च करना पड़ रहा है। जिसके पास एक एक्स्ट्रा लार्ज ब्रीड (100 किलो वजन वाले) का कुत्ता पला है उनका महीने में दो से तीन हजार रुपये खर्च बढ़ गया है। छोटी और मीडियम ब्रीड वाले कुत्तों पर एक हजार से तीन हजार रुपये का खर्च बढ़ा है। इसी तरह दवा, पाउडर व शैंपू आदि के रेट भी बढ़े हैं। 

खाने में इतना फर्क 
पैडीग्री (10 किलो)  1550 (पहले) और अब 1690
ड्रूल्स 1500 (पहले) और अब 1560
बाइरो 1950 (पहले) और अब 2020
रॉयल कैनिन 6730 (पहले) और अब 7100

कौन सी ब्रीड कितना खाना खाती है                              खपत महीने में
स्मॉल ब्रीड (पामेलियन, पग, पॉम, चिहुआहुआ)          10 से 15 किलो   
मीडियम- (बीजल, कॉकर, स्पाइनियल, हस्की)            15 से 20 किलो 
लार्ज- (अफगान हंड, जर्मन शेफर्ड, लैब्राडॉर, डॉबर मैन)  25 से 30 किलो  
एक्सट्रा लार्ज (सेंट बरमाड, ग्रेटडेन, मैस्टिफ, बुल मैस्टिफ) 30 से 40 किलो  

अविनाश सिंह चौहान ने बताया कि मेरे पास एक्स्ट्रा लार्ज ब्रीड का कुत्ता है। अच्छे ब्रांड का पेट फूड खिलाता हूं। हर 10 किलो की बोरी पर चार पांच सौ रुपये बढ़ गए हैं। महीने में दो हजार रुपये का खर्च खाने पर बढ़ा है। उत्तर प्रदेश पेट शॉप वेलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष विनय दीक्षित बताते हैं कि ब्रांडेड पेट फूड आइटम में 18 फीसदी टैक्स लगा है। अच्छी नस्ल के कुत्ते पालने वालों का खर्च बढ़ गया है। जीएसटी बिल पर इसके रेट दर्शाए जा रहे हैं। 

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