यात्रियों की बढ़ी मुसीबत, हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों ने हड़ताल 22 तक बढ़ाई

हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों की हड़ताल लंबी खींच गई है। कर्मचारी यूनियनों ने अब 22 अक्‍टूबर तक हड़ताल जारी रखने का ऐलान किया है। राेडवेज के कर्मचारी 16 अक्‍टूबर से हड़ताल पर हैं और इस कारण राज्‍य में परिवहन व्‍यवस्‍था का बुरा हाल है। दूसरी अाेर, सरकार राज्‍य में पुलिसकर्मियों और स्‍कूलों बसों के सहारे परिवहन सेवा काे पटरी पर लाने की कोशिश की को‍शिश में जुटी है। विभिन्‍न बस स्‍टैंडों से निजी बस और स्‍कूल बसों से यात्रियों को ढ़ोया जा रहा है। दूसरी अोर, नए कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।यात्रियों की बढ़ी मुसीबत, हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों ने हड़ताल 22 तक बढ़ाईहरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी ने शुक्रवरी को आपात बैठक की। इसमें कर्मचारी नेताओं ने कहा कि सरकार की हठधर्मिता के चलते हड़ताल को 72 घंटे के लिए 22 अक्टूबर तक बढ़ा गया है। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि सरकार तालमेल कमेटी से बातचीत कर 720 प्राइवेट बसें ठेके पर लेने का निर्णय रद नहीं करेगी व एस्मा जैसे काले कानून व दमनकारी नीतियों को वापस नहीं लेगी संघर्ष जारी रहेगा।

दूसरी आेर, राज्‍यभर में विभिन्‍न स्‍टैंडों से शुक्रवार को भी हरियाणा रोडवेज की बसें नहीं चलीं। यमुनानगर, पानीपत, हिसार व भिवानी सहित विभिन्‍न स्‍थानों पुलिस विभाग के चालकों ने बसें चलाईं। पुलिसकर्मी ही कंडक्‍टर की भूमिका निभा रहे हैं। विभिन्‍न क्षेत्रों में स्‍कूली बसों को भी सवारियों को ढ़ाेने में लगाया गया है। पानीपत में रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के दौरान पुलिसकर्मी निजी स्कूल बस चलाते दिखे और बसों में टिकट काटते दिखे।

कुरुक्षेत्र में भी रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल जारी है। यहां दशहरे पर हड़ताली कर्मचारियों ने अपने विरोध को नए अंदाज में ढाल दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहरलाल, परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार और आइएस अधिकारी धनपत सिंह के पुतले तैयार किए और इनका दहन करने का ऐलान किया। कर्मचारियों का कहना है कि मांगें माने जाने तक हड़ताल खत्म नहीं करेंगे।

करनाल सेक्टर 12 में रोडवेज हड़ताल को बिजली निगम, किसान सभा, आशा वर्कर सहित विभिन्न मुलाजिम संगठनों ने भी समर्थन दिया। इसके साथ ही रोडवेज कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी। हिसार बस स्टैंड से भी निजी बसें चल रही हैा। यहां भारी संख्‍या में पुलिस कर्मी तैनात हैं। कैथल में भी रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल जारी है। बस स्टैंड पर प्राइवेट स्कूलों की 33 बसें करीब 70 किलोमीटर की दूरी तक चलाई जा रही हैं। करीब 97 प्राइवेट बसें भी चलाई जा रही हैं।

दूसरी आेर, हड़ताली रोडवेज कर्मचारियों और सरकार में तनातनी चरम पर पहुंच गई है।  मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने फिर से परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार, प्रधान सचिव राजेश खुल्लर और परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव धनपत सिंह के साथ बैठक कर हड़ताल की समीक्षा की। त्योहारी सीजन में यात्रियों को राहत दिलाने के लिए निजी शिक्षण संस्थाओं की बसें अनुबंध पर लेने का निर्णय लिया गया जिनमें चालक-परिचालक भी संस्थान के होंगे।

इन बसों के मालिकों को परिवहन विभाग 30 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से भुगतान करेगा। यात्रियों से प्रति किलोमीटर एक रुपया किराया लिया जाएगा। तीन दिन तक इन बसों की सेवाएं आसानी से मिल सकेंगी, क्योंकि शिक्षण संस्थाओं में इस दौरान अवकाश है। शाम तक करीब पांच सौ से अधिक स्कूली बसें सड़कों पर उतर चुकी थी।

अनुबंध की नौकरी के लिए उमड़े बेरोजगार

रोडवेज डिपुओं में खड़ी बसों को चलाने के लिए परिवहन निदेशालय ने अनुबंध पर तीन महीने के लिए 905 परिचालकों और 500 चालकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। बुधवार रात को विज्ञापन जारी होते ही कुरुक्षेत्र, कैथल, अंबाला, यमुनानगर सहित विभिन्न स्थानों पर काफी संख्या में युवा आवेदन करने के लिए रोडवेज महाप्रबंधकों के पास पहुंच गए। हालांकि इस संदर्भ में अफसरों के पास कोई लिखित आदेश नहीं होने के कारण युवाओं को बैरंग लौटना पड़ा।

कई डिपुओं में पूरी तरह चक्का जाम, 1400 से अधिक कर्मचारियों को नोटिस

पूरे प्रदेश में कई डिपुओं में रोडवेज बसों का पूरी तरह चक्का जाम रहा। कैथल में कोई बस नहीं चली। इस दौरान प्रदर्शन कर रहे करीब 200 कर्मचारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। करनाल में 44, गुरुग्राम में 70 और पानीपत में 18 कर्मचारियों की गिरफ्तारी के साथ ही 192 पर केस दर्ज कराया गया है। अंबाला में 11 कर्मचारी बर्खास्त किए जा चुके हैं। यहां बसों की आवाजाही पूरी तरह बंद है। सिरसा में आउटसोर्सिंग पर लगे पांच हड़ताली कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया है। पूरे प्रदेश में 1400 से अधिक कर्मचारियों को एस्मा के तहत नोटिस थमाए गए हैं। 

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