यहां नहीं हैं आग से बचाव के कोई भी इंतजाम…

आइए हम आपको एक बड़े खतरे से वाकिफ कराते हैं। आप अपने परिवार की गृहस्थी का सामान खरीदने के लिए जिस शॉपिग माल में जा रहे हैं, वहां पर आग से बचाव के इंतजाम नाकाफी हैं। बचाव के नाम पर फायर एस्टिग्यूशर तो लगा दिए गए लेकिन उसे चलाने का किसी को ज्ञान तक नहीं है। शॉपिग मालों में आने-जाने के लिए सिर्फ एक ही रास्ता है। अग्निशमन विभाग के अफसरों की मानें तो शहर में करीब आधा दर्जन मार्केट ऐसे हैं, जो खतरे के मुहाने पर है। यहां पर लोगों को सचेत किया जाता है, नोटिस दी जाती है लेकिन कोई ध्यान नहीं देता है।

शहर के फव्वारा चौराहे के पास स्थित एक शॉपिग माल में पार्किंग के लिए बनाए गए बेसमेंट में दुकानें खुली हुई हैं। यहां दिन भर भारी भीड़ रहती है। ऊपर बच रहे शॉपिग माल तक पहुंचने के लिए भी सिर्फ एक ही रास्ता है। दूसरी मंजिल पर रेस्टोरेंट है। साथ ही अन्य ऑफिसें हैं। यहां भी आने जाने के लिए सिर्फ एक ही रास्ता है। इससे थोड़ा सा आगे बढ़ने पर एक और शॉपिग कांप्लेक्स है। यहां पर भी भूतल से लेकर बेसमेंट तक में दुकानें हैं। इसी में थोड़ा सा आगे बढ़ने पर एक गोदाम है, यहां भी दिक्कत है। एक अन्य शॉपिग माल में चिकित्सक की क्लीनिक बेसमेंट में चलती है, ऊपर दुकानें व ऑफिस है। इन कांप्लेक्स में आग से सुरक्षा के मानकों की अनदेखी हो रही है। बेसमेंट का उपयोग सिर्फ पार्किंग के लिए किया जाता है लेकिन यहां पर उसमें दुकानें चल रही है।

नहीं जा सकता कोई

चौक बाजार में स्थित मार्केट का हाल तो अजब है। यहां पर दुकानें के सामने रास्ते पर ही सामान डंप है, ऐसे में कोई निकल ही नहीं सकता। यही हाल पीपल तिराहे के पास का भी है। यहां भी एक मार्केट में आग से बचाव का इंतजाम नहीं है। उतरौला रोड हो या स्टेशन रोड, अधिकांश कांप्लेक्स में न अंदर व बाहर जाने का कोई अलग गेट है न ही आपात स्थिति के लिए कोई अन्य द्वार। अगर हम चूड़ी गली की बात करें तो स्थिति और भी खराब है, यहां कोई भी वाहन अंदर नहीं जा सकता।

जिम्मेदार के बोल

प्रभारी अग्निशमन अधिकारी आरसी तिवारी स्वीकार कर रहे हैं कि शहर के करीब छह शॉपिग माल व मार्केट में मानकों की अनदेखी की जा रही है। किसी ने कोई एनओसी नहीं ली है। कई बार यहां के व्यापारियों से कहा गया लेकिन वह सुधार के नाम पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। अब पूरी रिपोर्ट एसपी को भेजी जा रही है।

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