यहाँ कभी नहीं पड़ी इतनी कड़ाके की ठण्ड, पारा शून्य डिग्री सेल्सियस पहुंचा, हुई 16 लोगों की मौत

कड़ाके की ठंड अभी बेरहम बनी हुई है। लगातार गिर रहे पारे ने कानपुर और आसपास के तमाम जनपदों का जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया है। बीती रात कानपुर का पारा शून्य पर पहुंच गया है जबकि एक दिन पहले न्यूनतम तापमान 1.6 था। 

सोमवार को सर्दी की चपेट में कानपुर में 16 और कन्नौज में 6 मौतें हुईं। कई जिलों में तापमान में गिरावट भी दर्ज की गई। सोमवार को कानपुर और औरैया में न्यूनतम पारा 1.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कन्नौज व इटावा में पारा 02 डिग्री रहा। मौसम विभाग के मुताबिक सर्दी का सितम अभी जारी रहेगा। पहली जनवरी को बारिश की संभावना है। कानपुर में अधिकतम तापमान भी लुढ़ककर 9.6 पहुंच गया है।

कोल्ड डायरिया, ब्रेन स्ट्रोक, हार्टअटैक की चपेट से हो रही मौतों का सिलसिला जारी है। डॉक्टरों के मुताबिक गलन से दिल दिमाग की नसें सिकुड़ रहीं हैं। ब्रेन स्ट्रोक भी सबसे बड़ी समस्या है। बांदा, महोबा, हमीरपुर, इटावा, कानपुर देहात में सर्दी से 2-2, जबकि चित्रकूट, उन्नाव, फतेहपुर, हरदोई में एक-एक मौत हुई। 

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वाराणसी में ठंड ने तोड़ा 56 साल का रिकॉर्ड
पूर्वांचल में दिसंबर की हाड़ कंपाती ठंड से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। इस साल ठंड ने वाराणसी में 56 साल का रिकार्ड तोड़ दिया। सोमवार को यहां का न्यूनतम तापमान 2.3 डिग्री सेल्सियस रहा। पहाड़ी इलाका सोनभद्र में भी ठंड ने 16 साल का रिकार्ड तोड़ा। सोनभद्र का न्यूनतम तापमान 0.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वाराणसी समेत पूर्वांचल के दस जिलों में भीषण ठंड से सोमवार को 17 लोगों की मौत हो गई। वहीं कोहरे का असर ट्रेन और विमान सेवा पर भी पड़ा। वाराणसी से चार विमानों की उड़ान प्रभावित हुई।

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