मौसम विभाग के अनुसार आज J&K में बारिश और बर्फबारी की संभावना,पर्यटकों की उमड़ने लगी भीड़

अगर आप माता वैष्णो देवी के दर्शन करने आ रहे हैं और बर्फबारी का भी आनंद लेना चाहते हैं तो देर न करें। मौसम विभाग ने वीरवार से फिर जम्मू कश्मीर में बर्फबारी की संभावना जताई है। ऐसे में माता वैष्णो देवी से 90 किलोमीटर दूर पहाड़ों की रानी कहे जाने वाले जम्मू के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पटनी टॉप के फिर बर्फ से लकदक होने की उम्मीद है। पिछले सप्ताह ही पटनी टॉप और साथ लगते नत्थाटॉप में मौसम का पहला हिमपात हुआ था, जिसके बाद यहां पर्यटकों की संख्या बढ़ गई है। वहीं, कुछ दिनों से बंद चला रहा जम्मू-श्रीनगर हाईवे भी खुल चुका है।

ऐसे में पर्यटन व होटल उद्योग से जुड़े लोगों को आने वाले दिनों में पटनीटॉप में पर्यटकों की भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। पत्नीटॉप में पर्यटन कारोबार गर्मियों और सर्दियों के सीजन पर निर्भर करता है। गर्मियों में स्कूलों की छुट्टियों और सर्दियों में बर्फबारी के दौरान यहां पर सभी होटल पैक रहते हैं। पिछले सप्ताह वीरवार रात को पटनीटॉप में करीब आठ से नौ इंच और नत्थाटॉप में डेढ़ से ढाई फीट बर्फ गिरी, तो सैलानियों की संख्या भी बढ़ गई। हालांकि उसके बाद निकली धूप से पत्नीटॉप में तो बर्फ पिघल चुकी है, लेकिन नत्थाटॉप में बर्फ बरकरार है। अब मौसम विभाग की ओर से फिर बर्फबारी की संभावना जताने से कारोबारियों को इस बार अच्छा सीजन होने की उम्मीद है।

 

अच्छा सीजन होने की उम्मीद

पटनीटॉप होटल, बार एंड रेस्टोरेंट के चेयरमैन सीके ताला, अध्यक्ष कौशल मगोत्रा और महासचिव लवनीश राव साठे ने बताया कि बर्फबारी से पहले प्रतिदिन करीब 500 सैलानी पटनीटॉप  आ रहे थे। इससे 15 से 20 फीसद  होटल बुक चल रहे थे। पिछले सप्ताह हिमपात होने से पत्नीटॉप आने वाले सैलानियों की संख्या में इजाफा हुआ। गत शनिवार और रविवार को पटनीटॉप में आने वाले सैलानियों की संख्या एक हजार से ज्यादा रही। इसके साथ ही होटलों में बुकिंग भी 35 से 40 फीसद रही। पत्नीटॉप में छोटे-बड़े करीब 400 होटल हैं। उन्होंने कहा कि पटनीटॉप में होटल सहित सभी कारोबारी आने वाले सर्दियों के सीजन में सैलानियों के स्वागत लिए बाहें पसारे हैं। उम्मीद है कि जल्द ही और बर्फबारी होगी, जिससे वैष्णो देवी के साथ श्रीनगर आने वाले पर्यटक पटनीटॉप का रुख करेंगे।

कारोबारियों की बढ़ी उम्मीदें 

पटनीटॉप होटल, बार एंड रेस्टोरेंट के पदाधिकारियों ने कहा कि राज्य सरकार की ओर अभी तक पटनीटॉप और यहां के कारोबारियों की समस्याओं की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया।

आज से फिर बिगडे़गा मौसम, बारिश-बर्फबारी की संभावना

राज्य में पश्चिमी विक्षोभ फिर सक्रिय होने लगा है। वीरवार से ऊपरी पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में बारिश की संभावना है। पहले कश्मीर में तापमान समान्य से दस डिग्री सेल्सियस नीचे चल रहा है। जम्मू में धीरे-धीरे तापमान सामान्य के आसपास पहुंच गया है। बारिश के बाद फिर तापमान गिरेगा। शेर-ए-कश्मीर कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विशेषज्ञ डॉ. महेंद्र्र सिंह के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के चलते वीरवार और शुक्रवार को बारिश और बर्फबारी की संभावना है। शनिवार से मौसम में सुधार होने लगेगा।

लेह का न्यूनतम पारा -4.1 डिग्री बुधवार दिनभर बादल छाए रहे। कई बार बारिश के आसार दिखे, लेकिन मेघ नहीं बरसे। बादल छाए रहने से अधिकतम तापमान सामान्य के नजदीक पहुंच गया। लेह का न्यूनतम तापमान सबसे कम -4.1 डिग्री सेल्सियस रहा। कारगिल का न्यूनतम तापमान -3.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं पहलगाम में दिन सबसे ठंडा रहा। यहां अधिकतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। न्यूनतम तापमान -0.3 डिग्री सेल्सियस रहा। श्रीनगर का अधिकतम तापमान 7.2 व न्यूनतम शून्य पर रहा। जम्मू का अधिकतम तापमान 24.1 डिग्री व न्यूनतम तापमान 14.0 डिग्री सेल्सियस रहा। बनिहाल का अधिकतम तापमान 18.0 व न्यूनतम 5.6 डिग्री, बटोत का अधिकतम तापमान 18.0 व न्यूनतम तापमान 7.7 डिग्री सेल्सियस रहा। माता वैष्णो देवी के आधार शिविर कटड़ा का अधिकतम तापमान 22.4 डिग्री व न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्री सेल्सियस रहा। भद्रवाह का अधिकतम तापमान 17.6 व न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री सेल्सियस रहा।

छोटी गाड़ियों के लिए दोनों तरफ से खुला रहा हाईवे बुधवार को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग छोटी गाड़ियों के लिए दोनों तरफ से खुला रहा, जबकि बड़ी गाड़ियों को एक तरफा ही छोड़ा जा सका। वहीं, राजौरी-पुंछ को कश्मीर से जोड़ने वाला मुगल रोड़ पर बर्फ हटाने और सड़क की हालत सुधारने का काम जारी है। मौसम ठीक रहने पर ही मार्ग खोलने का निर्णय लिया जाएगा।

उत्तर भारत में बादलों का डेरा

उत्तर भारत में मौसम का मिजाज बुधवार को कुछ सर्द रहा। पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर प्रदेश, नई दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर सहित कई राज्यों में बादलों ने डेरा जमाया हुआ था। हिमाचल प्रदेश में भी ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। प्रदेश के 11 शहरों में अधिकतम तापमान एक से छह डिग्री तक नीचे गिर गया है। बुलबुल के प्रभाव व हवाओं के कारण बंगाल में मौसम सर्द हो गया है।

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