मौत का फतवा जारी करने वालों के खिलाफ सरकार एक्शन ले: सोनू निगम

नई दिल्ली.सोनू निगम ने कहा है कि सरकार को उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए जो मौत का फतवा जारी करते हैं। सोनू ने मस्जिद में होने वाली अजान में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर हाल ही में रोक लगाने की मांग की थी, जिस पर विवाद हो गया था। उनके खिलाफ कोलकाता के एक मौलवी ने फतवा जारी किया था।
सोनू निगम फ़तवा
एक फतवा में मेरा सिर काटने वाले को 51 करोड़ देने की बात कही गई थी…
– न्यूज एजेंसी के मुताबिक सोनू निगम ने कहा, “मेरा ऊपर वाले में पूरा विश्वास है जो सर्वव्यापी है, लेकिन मुझे इस किस्म की मानसिकता पसंद नहीं है कि कोई किसी के खिलाफ फतवा जारी करे और कहे कि उसके बाल काट दो, उसको मार दो। एक फतवा में मेरे सिर काटने वाले को 51 करोड़ देने की भी बात कही गई थी, मेरी नजर में सरकार को इस बारे में कुछ करना चाहिए।”
– बॉलीवुड सिंगर ने एक टीवी प्रोग्राम में कहा, ‘हम एक सभ्य और लोकतांत्रिक देश में रहते हैं, हम एक गणतंत्र हैं, हम फतवा जैसी चीजों की इजाजत कैसे दे सकते हैं?”
गौरक्षकों द्वारा लोगों की जान लेने के खिलाफ हूं
– सोनू निगम ने कहा, “मैं गौरक्षकों द्वारा लोगों की जान लेने के खिलाफ भी हूं, मैं साफ तौर पर उनके खिलाफ हूं, मैं किसी भी तरह की गुंडागर्दी पसंद नहीं करता हूं। आप 12 लोगों को साथ लेकर एक परिवार को धर्म के नाम पर कैसे धमका सकते हैं? ऐसी चीजें हमारे देश में नहीं होनी चाहिए।”
मैंने अजान के साथ आरती, गुरुबाणी का भी जिक्र किया था
– सोनू बोले, “मेरा ट्वीट बेवक्त लाउडस्पीकर के इस्तेमाल के खिलाफ था, न कि अजान के खिलाफ। मैंने अपने ट्वीट्स में अजान के साथ ही आरती और गुरुबाणी का भी जिक्र किया था।” शो के दौरान जब सोनू से सवाल किया गया कि अजान के लिए लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर सवाल उठाने वाले आप कौन होते हैं, तो इस पर उन्होंने कहा, “सवाल पहले मैंने नहीं उठाया, सुप्रीम कोर्ट ने 2013 में यह आदेश दिया था कि बेवक्त लाउडस्पीकर का इस्तेमाल कोई नहीं कर सकता।”
हम भी रात 10 बजे के बाद म्यूजिक शो नहीं करते
– सोनू ने कहा, “एक वक्त था जब हम पूरी रात म्यूजिक शो करते थे, लेकिन पिछले कुछ सालों से हम रात 10 बजे के बाद म्यूजिक शो नहीं करते। हम इजाजत लेने के बाद रेजीडेंशियल एरिया से दूर banquet hall या स्टेडियम के अंदर शो करते हैं, अगर आप इसे सही तरह से समझ सकते हैं तो ये एक सोशल मैसेज है, न कि रिलिजियस मैसेज।”
क्या है मामला?
– सोनू निगम ने 17 अप्रैल को एक ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने लिखा था, “भगवान सब को खुश रखे। मैं मुस्लिम नहीं हूं और मुझे अजान की वजह से सुबह उठना पड़ा। भारत में धर्म का थोपा जाना कब बंद होगा। जिस समय मोहम्मद साहब ने इस्लाम बनाया तब बिजली नहीं थी। फिर एडिसन की खोज के बाद हमें इसकी क्या जरूरत है? मुझे नहीं लगता कि कोई मंदिर या गुरुद्वारा इलेक्ट्रिसिटी का इस्तेमाल उन लोगों को उठाने के लिए करते हैं, जो उस धर्म का पालन नहीं करते।”
– इसके बाद अगले ट्वीट में लिखा था- “गुंडागर्दी है बस।” सोनू के इस कमेंट के बाद मुस्लिम संगठनों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। कोलकाता के मौलवी सैयद शाह आतेफ अली अल कादरी ने उनके खिलाफ फतवा जारी किया था। कादरी ने कहा था कि अगर कोई सोनू निगम का सिर मुंडवा कर उसके गले में जूते की माला पहनाकर देश में घुमाएगा तो उसे 10 लाख रुपए इनाम दूंगा।
– इसके बाद सोनू ने ट्वीट कर कहा था, “आज आलिम (हेयर स्टाइलिस्ट) मेरे पास आएगा और मुझे गंजा करेगा। अपने 10 लाख रुपए रेडी रखो मौलवी।” बाद में सोनू ने वाकई में अपना सिर मुंडवा लिया। फतवे के विरोध में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह किसी की धमकी से डरते नहीं हैं।
-दैनिक भास्कर से साभार 
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