मोदी सरकार पर राहुल बजाज के बयान को उनके बेटे ने बताया असाधारण साहसिक

प्रख्यात उद्योगपति राहुल बजाज द्वारा मोदी सरकार की आलोचना वाले बयान को उनके बेटे और बजाज ऑटो के एमडी राजीव बजाज ने ‘असाधारण साहसिक’ बताया है. उन्होंने यह भी कहा कि इंडस्ट्री में कोई भी उनके पिता के साथ नहीं खड़ा होना चाहता, बल्कि वे अपनी ‘सुविधा के मुताबिक किनारे बैठकर ताली बजाते हैं.’

गौरतलब है कि शनिवार को एक अखबार के कार्यक्रम में राहुल बजाज ने गृह मंत्री अमित शाह से कहा था कि जब यूपीए सरकार सत्ता में थी, तो हम किसी की भी आलोचना कर सकते थे. अब हम अगर बीजेपी सरकार की खुले तौर पर आलोचना करें तो इतना विश्वास नहीं है कि आप इसे पसंद करेंगे.

उन्होंने कहा था कि कारोबारियों में ‘डर का माहौल’ है. उनके इस बयान के बाद से लगातार सियासी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. कांग्रेस जहां उनके समर्थन में उतर आई है, वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजाज के बयान को राष्ट्रहित पर चोट बताया है. उद्योगपति राहुल बजाज को जवाब देते हुए अपनी धारणा फैलाने की जगह जवाब पाने के और भी बेहतर तरीके हैं. ऐसी बातों से राष्ट्रीय हित पर चोट लग सकती है.

वहीं, राहुल बजाज की बातों का गृह मंत्री अमित शाह ने उसी मंच से जवाब दिया. अमित शाह ने कहा कि इस बात को खारिज किया कि देश में डर का मौहाल है. उन्होंने कहा, ‘किसी को किसी के बारे में डरने की जरूरत नहीं है, मीडिया में नरेंद्र मोदी सरकार की लगातार आलोचना हो रही है, लेकिन यदि आप कह रहे हैं कि इस तरह का मौहाल पैदा हो गया है तो इसे ठीक करने के लिए हमें काम करने की जरूरत है.’

इकोनॉमिक टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू राजीव बजाज ने कहा कि सच कितना भी कड़वा क्यों न हो, उनके पिता कभी भी बोलने से हिचकते नहीं हैं. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वह इसे लेकर आश्वस्त नहीं हैं कि ऐसे मंच पर उनके पिता को इस तरह का संवेदनशील मसला उठाना चाहिए था या नहीं.

क्या ऐसे मौके पर बोलना ठीक था ?

राजीव ने कहा, ‘उनके (राहुल बजाज) लिए कोई दरबार ऐसे ही है, जैसे किसी बैल के लिए लाल कालीन! वह ऐसे मौके को छोड़ते नहीं, हालांकि व्यक्तिगत रूप से मैं इसे लेकर आश्वस्त नहीं हूं कि कॉरपोरेट एक्सीलेंस को सेलिब्रेट कर रहे किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में ऐसे संवेदनशील विषय का उठाना चाहिए या नहीं.’

राहुल बजाज ने कहा था कि वह सरकार के मंत्रियों या वरिष्ठ अधिकारियों से ज्यादा बातचीत नहीं करते. इसके पहले फरवरी 2017 में राहुल बजाज ने मोदी सरकार की नोटबंदी की आलोचना की थी जिसके बाद बजाज खुद विरोधि‍यों के निशाने पर आ गए थे. राजीव बजाज ने कहा कि तब उनके पिता के बयानों पर इंडस्ट्री के कई लोग चिंता जता रहे थे, लेकिन इसके तत्काल बाद ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने बजाज ऑटो की गाड़ी क्यूट को मंजूरी दी थी, जिस पर इजाजत 8 साल से रुकी हुई थी.

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