मोदी सरकार को सबसे बड़ा झटका, हुआ करोड़ो का नुकसान

नई दिल्ली:एल ओ सी में सर्जिकल स्ट्राइक का जश्न मना रही मोदी सरकार के लिए मार्केट से बुरी खबर आई है।  इंडस्ट्रियल सैक्टर (औद्योगिक क्षेत्र) का बैंक क्रैडिट, जो 4 वर्ष पहले तक औसतन 20 प्रतिशत से अधिक की दर से ऊंचा और जुलाई 2014 तक दोहरे अंकों में था, अगस्त 2016 में दशक दौरान पहली बार गिर कर जीरो से नीचे यानी कि नकारात्मक (नैगेटिव) स्तर पर आ गया है। 

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भारतीय रिजर्व बैंक अनुसार,‘‘अगस्त 2016 में इंडस्ट्रियल सैक्टर के लिए बैंकों की लोन आऊटस्टैंडिंग में 0.2 प्रतिशत की कमी आई।
यह अगस्त 2015 में 26,23,800 करोड़ थी जो अब गिर कर 26,18,100 करोड़ रुपए रह गई है। वास्तव में, अगस्त में ग्रोस बैंक लोन जनवरी 2016 के 9.5 प्रतिशत से नीचे 7.6 प्रतिशत पर आ गया है जबकि इंडस्ट्री क्रैडिट ग्रोथ तेजी से जनवरी 2016 के 5.6 प्रतिशत से घटकर अगस्त 2016 में माइनस 0.2 प्रतिशत पर आ गई है। वहीं अन्य 3 क्षेत्रों सॢवस, पर्सनल लोन, एग्रीकल्चर और अलाइड एक्टीविटीज की क्रैडिट ग्रोथ में दोहरे अंकों की वृद्धि हुई है।
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