मोदी सरकार की तरफ से गायों को मिल गया ‘तोहफा बेमिसाल’

गाय के प्रति मोदी सरकार का प्रेम तीसरे साल की वर्षगांठ पर सामने आया है। गाय को कटने के लिए खरीदने और बेचने वालों की अब खैर नहीं। केंद्र सरकार ने इस पर बैन लगा दिया है। हालांकि, गाय के साथ इसमें सभी मवेशियों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई है। मवेशी की खरीद-बिक्री का नया कानून लागू हो गया है।

पशुओं की खरीद-बिक्री से जुड़ा नया कानून लागू

केंद्र मे नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार के तीन साल पूरे होने पर गाय समेत सभी मवेशियों को यह तोहफा मिला है। केंद्रीय पयार्वरण मंत्रालय ने पशु क्रूरता निरोधक अधिनियम के तहत सख्त पशु क्रूरता निरोधक (पशुधन बाजार नियमन) नियम, 2017 की अधिसूचना जारी कर दी है।

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व्यस्क पशु की ही की जा सकेगी खरीद-बिक्री

इसमें इस बात का भी प्रावधान किया गया है कि कोई अवयस्क पशु न खरीदा-बेचा जाए। अधिसूचना के मुताबिक पशु बाजार की समिति के सदस्य सचिव को यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी शख्स बाजार में अवयस्क पशु को बिक्री के लिए न लेकर आए।

मवेशी के मालिक को देना होगा घोषणा पत्र

यही नहीं कोई भी यूं ही बाजार में ले जाकर मवेशी नहीं बेच पाएगा। इसके लिए पशु के मालिक को एक घोषणा पत्र देना होगा। इसमें यह लिखित घोषणा करनी होगी कि पशु की हत्या के लिए नहीं बेचा जा रहा है। इसमें मवेशी के मालिक का नाम और पता होगा। साथ ही फोटो पहचान-पत्र की एक प्रति भी लगी होगी।

लिखना होगा, मवेशी की बिक्री का उद्देश्य वध नहीं

केंद्र सरकार की अधिसूचना के मुताबिक, मवेशी की पहचान के विवरण के साथ यह भी स्पष्ट करना होगा कि मवेशी को बाजार में बिक्री के लिए लाने का उद्देश्य उसका वध नहीं है। पयार्वरण मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अधिसूचना पशु कल्याण के निर्देश के अनुरूप है।

केरल के मुख्यमंत्री ने किया केंद्र के फैसले का विरोध

केंद्र ने मवेशियों के हित में यह बड़ा कदम भले ही उठाया है, इसका विरोध भी शुरू हो गया है। केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने कहा है कि केंद्र के इस फैसले से साफ हो गया है कि उसे कौन चला रहा है। यह फैसला ऐसे वक्त में आया है जब गाय के नाम पर इंसानों का वध किया जा रहा है।

 

शशि थरूर ने गांधीजी का नाम लेकर जताया विरोध

वहीं, कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी इसका विरोध किया है। उन्होंने टि्वटर पर लिखा है कि एक शाकाहारी के रूप में इस फैसले का विरोध करते हैं। गांधीजी ने कहा था कि किसी एक का फैसला दूसरे पर लादा नहीं जा सकता है।

 
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