मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह को पुलिस क्यों नहीं कर सकी गिरफ्तार, पढ़े पूरी खबर

मोकामा के बाहुबली निर्दलीय विधायक अनंत सिंह बिहार पुलिस की गिरफ्तार से फरार रहे और इस दौरान वे लगातार वीडियो गेम भी खेलते रहे। अंततः उन्होंने दिल्ली के साकेत कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इसके बाद बिहार पुलिस और उनकी गिरफ्तारी के लिए बनाई गई एसआइटी एक बार फिर नाकाम रही। इससे पहले भी बिहार पुलिस राजद के विधायक राजवल्लभ यादव की गिरफ्तारी में नाकाम रही, रोडरेज मामले में मनोरमा देवी को, फिर बालिका गृह कांड मामले में मंजू वर्मा को भी गिरफ्तार नहीं कर सकी।

अनंत सिंह फरारी के बाद अपना वीडियो जारी करते रहे लेकिन उनके वीडियो को देखकर भी बिहार पुलिस मुख्यालय तमाशबीन बना रहा। अनंत सिंह ने फरारी के बाद अपना तीन वीडियो जारी कर पुलिस को खुली चुनौती दी। प्रत्येक वीडियो में अनंत सिंह ने न्यायालय पर भरोसा जताया और पुलिस पर अविश्वास जताते रहे।

फरारी में वीडियो गेम खेल रहे अनंत सिंह 
अनंत सिंह के द्वारा जारी तीन वीडियो किसी गेम से कम नहीं, सबसे हैरानी इस बात की रही कि वे अपनी फरारी में ही जहां-तहां से वीडियो शूट कर जारी करते रहे, लेकिन एसआइटी उनका लोकेशन तक नहीं जान पायी कि वो दिल्ली में रह रहे हैं।

इश्तेहार और कुर्की में क्यों हो रही थी देरी 

बाढ़ कोर्ट ने अनंत सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। उसके दूसरे दिन से ही पुलिस उनके खिलाफ इश्तेहार और कुर्की का आदेश कोर्ट से हासिल करने की प्रक्रिया में जुट गयी थी। लेकिन पुलिस के पास मौजूद दस्तावेज अधूरे थे।

इसके अलावा पुलिस को न्यायिक प्रक्रिया के तहत पुलिस को ये साबित करना होगा कि उनके घर से बरामद हथियार उन्हीं का है। क्योंकि अनंत सिंह बार-बार कह रहे थे कि हम उस घर में सालों से नहीं रह रहे, फिर हथियार हम कैसे रख सकते हैं?

सरेंडर की अफवाह से हलकान रही पुलिस 
गुरुवार को बाढ़ कोर्ट में अनंत सिंह के पहुंचने की अफवाह उड़ी थी। दोपहर के वक्त विधायक के उनके आवास पर पहुंचने की अफवाह फैली। इस तरह की गलत खबरों के कारण एसआईटी दिनभर हलकान रही। हालांकि अनंत सिंह के दिल्‍ली में भी होने की चर्चा थी।

पहले भी सरेंडर करने आए थे अनंत, वापस लौट गए
जानकारी ये भी मिल रही है कि बीते 20 अगस्त को अनंत सिंह बाढ़ कोर्ट में सरेंडर करने आए थे. लेकिन वहां पुलिस की सुरक्षआ व्यवस्था देखकर उल्टे पांव लौट गए थे। कहा जा रहा है कि जब लल्लू मुखिया और उसके भाई रणवीर यादव के खिलाफ पुलिस को कुर्की वारंट मिला था, तब अनंत सिंह और लल्लू मुखिया भी बाढ़ आ गए थे और सरेंडर करना चाहते थे. लेकिन सुरक्षा देखकर वापस लौट गए थे।
अनंत क्यों बार-बार कह रहे कोर्ट पर भरोसा, पुलिस पर नहीं
अनंत सिंह ने जो वीडियो जारी किया था उस वीडियो में एक व्यक्ति उनसे सवाल करता दिख रहा था औऱ वो जवाब देते नजर आ रहे थे। हर बार वो ये ही कह रहे थे कि पुलिस ने उन्हें फंसाने के लिए पूरा इंतजाम कर दिया है। इसके लिए पुलिस अधिकारियों व कुछ राजनेताओं व मोकामा के एक व्यक्ति की एनटीपीसी में मीटिंग हो चुकी है।

अनंत सिंह कहते नजर आ रहे थे कि मोकामा के उस शख्स को कहा गया है कि दो हथियार का इंतजाम करो। एक हथियार हमारे गोतिया को दिया गया है कि हमारे घर के पास फेंक देना है। एक हथियार हमको थमा कर पुलिस फंसाना चाहती है। पुलिस हथियार के साथ कोर्ट ले जाने की तैयारी कर चुकी है। हमको कोर्ट पर भरोसा है। पुलिस के सामने सरेंडर नहीं करेंगे।

अनंत को गिरफ्तार करने में नाकाम रही पुलिस 
अनंत सिंह को गिरफ्तार करने के लिए एसआईटी बनाई गई थी। लेकिन, बड़ा सवाल यह था कि अनंत सिंह ने फरारी के दौरान तीन वीडियो जारी किया था और उसके बाद भी पुलिस ये पता नहीं कर पा रही थी कि अाखिर वो कहां थी? इस बात की सूचना पुलिस की खुफिया तंत्र को क्यों नहीं मिल रही थी कि वे कहां ठिकाना लिए हुए हैं?

सवाल ये भी है कि पुलिस घर में छापेमारी करती रही और अनंत सिंह फरार हो गए। अाखिर मोकामा के विधायक अनंत सिंह को कौन संरक्षण दे रहा है? कोई पुलिस में ही उनका मुखबिर तो नहीं, जो पल-पल की उन्हें जानकारी दे रहा है। आखिर कौन हैं वे लोग, जो उनकी मदद कर रहे हैं। किसी तरह से पुलिस इसका पता नहीं लगा सकी।

बता दें कि 16 अगस्त को ही विधायक अनंत सिंह पर यूएपी एक्ट, आर्म्स एक्ट व विस्फोटक अधिनियम के अलावा आईपीसी की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था। इस केस के बाद उन्हें आतंकी भी घोषित किया जा सकता है।

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