मेला देखने गई विवाहिता की आयी लाश, पुलिस को पति की तलाश

शाहजहांपुर की विवाहित युवती 6 फरवरी को अपने मायके से लापता हो गई। उसका शव सोमवार शाम को फर्रुखाबाद में गन्ने के खेत में पड़ा मिला। इस पर मिर्जापुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। उसने घटनास्थल शमसाबाद क्षेत्र का बताकर मामले से पल्ला झाड़ लिया।

देर रात शमसाबाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेजा। इसमें 19 दिन पहले गला घोटकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई है। पिता ने दामाद पर ही बेटी की हत्या का आरोप लगाया है। जनपद शाहजहांपुर थाना कटरा के गांव भुड़िया चक निवासी सुरेश चंद्र ने अपनी पुत्री ममता (28) की शादी पांच वर्ष पूर्व जनपद हरदोई के थाना पाली के गांव उम्बरपुर निवासी संतोष से की थी। उसके दो वर्ष बेटा शैलेंद्र है।

कुछ दिन से ममता अपने मायके में थी। 6 फरवरी को वह घर से कटरा बाजार जाने की बात कह निकली थी। बेटे शैलेंद्र को चाचा नरेश कश्यप के घर छोड़ गई थी। इसके बाद वह घर नहीं पहुंची। तमाम खोजबीन पर उसका पता नहीं चलने पर सुरेेश ने 23 फरवरी को कटरा थाने में बेटी के अपहरण का मुकदमा दर्ज करा दिया।
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सोमवार को शाहजहांपुर के थाना मिर्जापुर पुलिस को सूचना मिली कि गांव गुटैटी दक्षिण व समैचीपुर के बीच एक महिला का शव गन्ने के खेत में पड़ा है। पुलिस मौके पर पहुंची तो एक हाथ अलग पड़ा था। उस पर ममता व संतोष लिखा था। इसकी सूचना कटरा पुलिस को दी गई। कटरा एसओ दिलीप कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने सुरेश चंद्र को बुलाकर शव की शिनाख्त कराई।

उन्होंने बेटी ममता के रूप में पहचान की। मिर्जापुर एसओ ने घटनास्थल शमसाबाद थाना क्षेत्र का बताकर कुछ भी कार्रवाई करने ने इनकार कर दिया। शमसाबद एसओ ने देर रात शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शमसाबाद एसओ झांझनलाल ने बताया कि घटनास्थल मिर्जापुर थाना क्षेत्र का ही है। पर अधिकारियों के निर्देश पर उन्होंने शव का पोस्टमार्टम कराया है। यहां से पोस्टमार्टम रिपोर्ट कटरा थाने भेज दी जाएगी।

मंगलवार को डॉ. दीपेंद्र अवस्थी ने शव का पोस्टमार्टम किया। इसमें ममता की हत्या 19 दिन पहले गला घोटकर किए जाने की पुष्टि की गई है। पिता बोले, दामाद मेला दिखाने के बहाने ले गया था ममता को पोस्टमार्टम हाउस में सुरेश ने बताया कि दामाद संतोष व उसके घरवाले ममता को दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे।

यह लोग बाइक की मांग कर रहे थे। इससे तंग आकर ममता मायके आ गई थी। ममता के लापता होने पर उन्होंने पुलिस को दामाद का मोबाइल नंबर दिया। पुलिस ने वह नंबर सर्विलांस पर लगाया। जांच में पता चला कि पति ने 6 फरवरी को ममता को कॉल किया था। पुलिस की जांच जब और आगे बढ़ी तो पता चला कि संतोष ने ढाईघाट मेला दिखाने के बहाने ममता को बुलाया था।

पिता ने अपने दामाद पर ही हत्या कर शव को फेंकने का आरोप लगाया है। ममता के दाहिने हाथ पर उसके पति संतोष व ममता का नाम लिखा था। इसी से उसकी शिनाख्त हुई है। घटना स्थल पर ममता के जूते व सलवार सूट टुकड़ों में मिले हैं। ममता पांच पुत्रियों में तीसरे नंबर की थी।

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