मेरे अध्यक्ष रहने से टकसाली व सीनियर नेताओं को एतराज तो छोड़ सकता हूं पद: सुखबीर बादल
टकसाली नेताओं की नाराजगी पर अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने कहा कि अगर पार्टी की टकसाली और सीनियर लीडरशिप को उनके अध्यक्ष बनाने पर एतराज है तो वह इस पद को छोड़ भी सकते हैं। सुखबीर यहां नाराज टकसाली नेता मंजीत सिंह के घर भी गए और उन्हें मनाने का प्रयास किया।
बता दें, अकाली दल में पंथक मुद्दों को लेकर आवाज उठने लगी है। इन मुद्दों पर कांग्रेस और आप के निशाने पर चल रहे अकाली दल को टकसाली अकाली नेताओं ने भी घेरना शुरू कर दिया है। अकाली हलकों में इस बात को लेकर चर्चाएं तेज होने लगी हैैं कि माझा के टकसाली अकाली अलग फ्रंट बनाने की तैयारी में हैैं। इसी बात को भांपते हुए सुखबीर ने नाराज नेताओं को मनाना शुरू कर दिया है।
रेल हादसे के आरोपितों को सजा दिलवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे
अमृतसर दौरे के दौरान सुखबीर ने यहां हुई रेल हादसे को लेकर भी कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा। कहा कि नवजीत सिंह सिद्धू हादसे की जिम्मेदारी खुद लेने के बजाय ड्रामा कर रहे हैं। कहा कि अगर पंजाब सरकार ने अमृतसर जोड़ा फाटक रेल हादसे के पीडि़तों को इंसाफ न दिया तो अकाली दल न्याय दिलवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक जाएगा।
सुखबीर ने कहा कि राज्य में बड़ी घटना हो गई हो और मुख्यमंत्री विदेशों की सैर कर रहे हैं। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की जगह मुख्यमंत्री अपने मंत्री, एक पार्षद के आरोपी पुत्र और मंत्री की पत्नी को बचाने में लगे हुए हैं। जांच के नाम पर सुबूतों को खत्म किया जा रहा है। कांग्र्रेस आपरेशन कवर अप में लगी है, परंतु अकाली भाजपा गठजोड़ के वर्कर आरोपितों को किसी भी कीमत पर बचने नहीं देगा।
कांग्रेस 84 दंगे के दोषियों की तरह आरोपितों को बचाने में लगी
सुखबीर ने कहा कि रेल हादसे के आरोपितों को कांग्रेस और गांधी परिवार उसी तरह बचा रहा है, जिस तरह 84 दंगे के दोषियों को अभी तक बचाया गया है। उन्होंने कहा कि दशहरा वाले दिन अमृतसर में रेल हादसा कुदरती घटना नहीं थी। जिस तरह की वीडियो आई है उससे साबित होता है कि यह एक नियोजित हत्याकांड है, जिसके लिए कार्यक्रम के आयोजक पूरी तरह जिम्मेदार है।