मेरा श्याम बड़ा रंगीला कि मस्ती बरसेगी कीर्तन में गूंजे तो हर कोई झूम उठा

लखनऊ। मेरा श्याम बड़ा रंगीला कि मस्ती बरसेगी कीर्तन में भजन के स्वर जब खाटू मन्दिर में गूंजे तो हर कोई झूम उठा। यही नही भक्तों ने डांडिया रास का भी खूब जमकर आनन्द लिया। यह नजारा था नारायण सेवा संस्थान की ओर से व श्री श्याम परिवार के सानिध्य में बीरबल साहनी मार्ग स्थित खाटू श्याम मन्दिर में चल रही भागवत कथा में बुधवार को देखने को मिला।

जिस दिन हम अपने को जान लेंगे कि मै कौन हूं उस दिन मेरा श्याम मिल जायेगा
वृन्दावन के कथा व्यास डॉ. संजय कृष्ण सलिल जी महाराज ने प्रवचन में कहा कि जिस दिन हम अपने को जान लेंगे कि मै कौन हूं उस दिन भगवान मिल जायेंगे। उन्होंने कहा कि व्यक्ति के अन्दर जो अहंकार-मैं भरा है जिसके चलते भगवान हमसे दूर है। उन्होंने कहा कि किसी को अपने नाम पद व पैसे का घमंड है। पहले हम अपने को पहचाने कि हम कौन है। जिस दिन हम अपने को पहिचान लेंगे उस दिन बांके बिहारी स्वयं तुम्हारे पास आ जयेंगे।
जिसके जीवन में ईष्ट नही उसका अनिष्ठ कोई रोक नही सकता
सलिल जी महाराज ने कहा कि ईष्ट एक होना चाहिए और ईष्ट में निष्ठा होनी चाहिए। जिसके जीवन में ईष्ट नही उसका अनिष्ठ कोई रोक नही सकता। ‘जय जय राधा रमण हरि बोल’ नाम का संकीर्तन कराते हुये कथा व्यास डॉ. संजय कृष्ण सलिल जी महाराज ने कहा कि जिस दिन सारे पट बंद हो जायेंगे उस दिन मेरे ठाकुर मेरे गोविन्द के पट खुल जायेंगे। बाद में रुक्मणी मंगल विवाह हुआ और भक्तों ने डांडिया रास का आनन्द लिया।
इस मौके पर मुख्य यजमान सुभाष चन्द्र शर्मा, विनोद कुमार शर्मा, सत्य नारायण गौड़, अनूप शर्मा, राम चन्द्र गोयल, हरीश अग्रवाल और नितिन कुमार गुप्ता समेत सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे। श्री श्याम परिवार के संगठन मंत्री सुधीश गर्ग ने बताया कि गुरुवार को सुदामा प्रसंग के साथ कथा का विश्राम होगा।  कथा के दौरान कार्यक्रम का संचालन कर रहे निरंजन कुमार शर्मा, अनामिका दीक्षित व रजनीश शर्मा ने बताया कि इस कथा का मुख्य उदे्श्य है दिव्यांग बच्चों की सेवा। नारायण सेवा संस्थान ऐसी संस्था है जो कई वर्षो से दिव्यांग बच्चों की सेवा कर रही है।

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