जानिए कैसे मुम्बई से आई बंधक बनी कॉलगर्ल को पुलिस ने गूगल से तलाशा
मुम्बई से कॉलगर्ल बुक कराई। बुधवार को वह लखनऊ पहुंची। इसके बाद लेन-देन को लेकर विवाद हो गया। इस पर बुक कराने वाले ने कॉलगर्ल को बंधक बना लिया। इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम और एसएसपी को मिल गई। एसएसपी के निर्देश पर पुलिस ने तलाश शुरू की। गूगल की सहायता से पुलिस ने कॉलगर्ल को तीन घंटे बाद विकासनगर से मुक्त कराया।
इंस्पेक्टर गोमतीनगर आनंद प्रकाश शुक्ला ने बताया कि बुधवार शाम करीब सात बजे कंट्रोल रूम से युवती को अगवा कर बंधक बनाने का मैसेज मिला। युवती को गोमतीनगर क्षेत्र में बंधक बनाने की सूचना थी। लेकिन जब युवती के नंबर पर कॉल किया गया तो उसे कहां बंधक बनाया गया है, इसके बारे में जानकारी नहीं थी।
इंस्पेक्टर ने युवती से गूगल लोकेशन ऑन करने को कहा। इसके बाद पुलिस ने उसका मोबाइल नंबर सर्च किया। करीब तीन घंटे तक उसकी तलाश गूगल के सहारे होती रही। रात करीब 10.30 बजे कॉलगर्ल को पुलिस ने विकासनगर में तलाश लिया। वहां पहुंचते ही गोमतीनगर इंस्पेक्टर ने विकासनगर एसओ सुमित श्रीवास्तव को पूरी वारदात की जानकारी दी।
इसके बाद दोनों थानों की पुलिस ने कॉलगर्ल के बंधक बनाए जाने के ठिकाने पर छापेमारी की। वहां से कॉलगर्ल अकेली मिली। मकान काफी दिनों से बंद बताया जा रहा था। पुलिस ने कॉलगर्ल को मुम्बई जाने की ट्रेन का टिकट का इंतजाम किया और उसे भेज दिया। वहीं जिसने बुक कराया था उसका मोबाइल बंद आ रहा था। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।