मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा- बेअदबी मामलों पर कार्रवाई से पीछे नहीं हटेगी सरकार

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने साफ किया है कि बरगाड़ी बेअदबी मामले और इसके बाद बहबल कलां और कोटकपूरा में घटित गोलीकांड की घटनाओं के दोषियों को कानून के कठघरें में खड़ा करने उनके वादे से पीछे हटने का सवाल ही पैदा नहीं होता। सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री ने बरगाड़ी में हालात काबू से बाहर होने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी सरकार इससे निपटने में पूरी तरह सक्षम है।मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा- बेअदबी मामलों पर कार्रवाई से पीछे नहीं हटेगी सरकार

यह पूछे जाने पर कि बरगाड़ी कट्टरपंथियों के सभा का केंद्र बनता जा रहा है, मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बात हर कोई जानता है कि कुछ लोग इस मुद्दे का सियासीकरण करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन राज्य के लोग अमन पसंद हैं, इसलिए इस मुद्दे से राजनैतिक लाभ कमाने वाले तत्वों की कोशिशों को कोई लाभ नहीं मिलेगा। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि विशेष जांच टीम (एसआईटी) बरगाड़ी और अन्य घटनाओं की जांच में जुटी हुई है और कानून के अंतर्गत मैं टीम के कामकाज में दखलअंदाजी नहीं कर सकता।

 कैप्टन ने कहा कि एसआईटी इस मामले की संवेदनशीलता से अवगत है, इसलिए वह अपनी जांच को लटकाएगी नहीं। उन्होंने ऐलान किया कि यदि जांच टीम को किसी के ख़िलाफ़ कार्रवाई का कोई आधार मिला तो वह इसके लिए तुरंत ट्रायल कोर्ट में मामला दाखिल करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जांच एसआईटी को सौंपने का फ़ैसला विधानसभा द्वारा सर्वसम्मति से लिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने शुरुआती जांच का जिम्मा सीबीआई के हाथों में देने का फ़ैसला किया था लेकिन सदन ने इसके विरुद्ध फ़ैसला लिया ।

सीबीआई के पास जांच प्रभावित होने का डर है क्योंकि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार में अकाली हिस्सेदार हैं। कैप्टन ने कहा कि जस्टिस रणजीत सिंह आयोग ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट तौर पर कहा है कि यह रिपोर्ट सिर्फ तथ्यों का पता लगाने संबंधी है और इसे आगे और पड़ताल की ज़रूरत है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि उनकी सरकार ने जांच के लिए एसआईटी में सबसे बढ़िया पेशेवरों को शामिल किया है। 

 राहुल गांधी की तरफ से घटना से तुरंत बाद बहबल कलां का दौरा करने का जिक्र करते हुए कैप्टन ने कहा कि उनके मंत्री मारे गए व्यक्तियों के परिवारों के साथ संपर्क में हैं और इनके परिवारों को आयोग द्वारा की गई सिफ़ारिश से अधिक मुआवज़ा दिया गया है। एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने बताया कि पुलिस ने राज्य में बेअदबी के हुए सभी 157 मामलों का पता लगा लिया है। इस संबंध में 129 व्यक्ति गिरफ्तार किये गए और 10 को सज़ा हुई।

सभी कश्मीरी विद्यार्थियों को शक की नजर से देखना गलत
एक अन्य सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि आईएसआई लंबे समय से पंजाब में सक्रिय है और यह कश्मीरी विद्यार्थियों द्वारा अपनी गतिविधियां अमल में ला सकती है। उन्होंने कहा कि हालांकि कश्मीर का हर विद्यार्थी आतंकवादी नहीं है और पुलिस भी अब तक गिरफ्तार किये विद्यार्थियों के स्थानीय लोगों के साथ संपर्कों को साबित नहीं कर सकी है।

पराली पर मुआवजे के लिए केंद्र नहीं दे रहा जवाब : कैप्टन
पराली जलाने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि धान को संभालने की प्रक्रिया मुकम्मल होने के बाद ही स्थिति का अनुमान लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उनकी हमदर्दी किसानों के साथ है लेकिन वह पराली जलाने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए कानूनी तौर पर पाबंद हैं। कैप्टन ने कहा कि पराली न जलाने वाले किसानों को मुआवज़ा देने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री, कृषि मंत्री समेत केंद्रीय अधिकारियों को पत्र लिखकर पंजाब के किसानों को पराली न जलाने के एवज में प्रति क्विंटल 100 रुपये देने की अपील की थी। उन्होंने कहा कि यह अपील उन्होंने कई बार की लेकिन अब तक केंद्र सरकार से कोई जवाब नहीं दिया गया है।

अगले हफ्ते इजराइल जाएंगे कैप्टन

मुख्यमंत्री ने बताया कि अगले हफ्ते उनकी इजरायल जाने की योजना है, जहाँ वह द्विपक्षीय संबंधों के मामले पर विचार-विमर्श करेंगे। खेती के आधुनिक तरीकों के अलावा पानी के संरक्षण, सिंचाई, पशुधन के विकास, बाग़बानी और फूड प्रोसेसिंग के संबंध में विचार-विमर्श किया जायेगा। उन्होंने गेहूँ और धान के फ़सली चक्कर में से किसानों को बाहर निकालने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया, ताकि किसानों की ज़्यादा आय यकीनी बनाई जा सके। उन्होंने बताया कि पुलिस मुलाजिमों के प्रशिक्षण और होमलैंड सिक्योरिटी और अन्य क्षेत्रों में भी पंजाब इजरायल के सहयोग की माँग कर सकता है। 

बादलों ने गुरुद्वारों को बरबाद कर दिया 
 शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के चुनाव को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी पार्टी बादलों को बाहर का रास्ता दिखाने के लिए सिखों के किसी भी नरमख्याली ग्रुप को समर्थन देने के तैयार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बादलों ने गुरुद्वारों को बर्बाद कर दिया। उन्होंने कहा कि जहां तक बादल का सवाल है, वह उदारवादी नहीं हैं बल्कि मौकापरस्त हैं जो अपनी सियासी इच्छाओं की पूर्ति के लिए धर्म का इस्तेमाल करते रहे हैं। 

यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस खुद एसजीपीसी का चुनाव लड़ेगी, मुख्यमंत्री ने साफ किया कि कांग्रेस ने कभी भी देश के किसी भी राज्य में धर्म की राजनीति नहीं की और न ही धर्म की राजनीति करने में उसका विश्वास है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस केवल नरमपंथी सिखों को चुनाव में समर्थन देगी ताकि बादलों को गुरुद्वारों से बाहर किया जा सके।

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