मुआवजे का आश्वासन मिला तो डीएम ऑफिस में महिला हो गई बेहोश

लंबे समय से मुआवजे के लिए कलेक्ट्रेट के चक्कर लगा रही एक महिला को तीन दिन में भुगतान का आश्वासन मिला तो इतना भावविभोर हो गई कि डीएम ऑफिस में ही बेहोश हो गई। महिला कुर्सी पकड़कर बैठ गई तो हड़कंप जैसी स्थिति बन गई। डीएम अपनी सीट से उठे और महिला को पानी पिलाकर सामान्य किया।

मुआवजे का आश्वासन मिला तो डीएम ऑफिस में महिला हो गई बेहोश

नौबस्ता निवासी सुनीता के पिता की चार दुकानें थी। राष्ट्रीय राजमार्ग पर एलीवेटेड पुल निर्माण के दौरान चारों दुकानें एनएचएआई ने अधिग्रहीत कर ली थी। मुआवजे के तौर पर अभी तक उसे सिर्फ 3.5 लाख रुपए का भुगतान हुआ है। वह कलेक्ट्रेट और एनएचएआई दफ्तर के कई महीनों से चक्कर लगा रही है। प्रधानमंत्री कार्यालय को शिकायत की तो वहां से भी कार्रवाई के आदेश 24 अगस्त 2016 को हुए थे। इसके बावजूद अभी तक भुगतान नहीं हुआ। सुनीता का आरोप है कि एनएचएआई में मुआवजा भुगतान के बदले एक लिपिक ने एक लाख रुपए की घूस भी ले ली।

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सोमवार को सुनीता अपनी शिकायत लेकर डीएम सुरेंद्र सिंह के पास पहुंची थी। डीएम को बताया कि वह कई वर्ष से कलेक्ट्रेट के चक्कर लगा रही है। एनएचएआई का कहना है कि मुआवजे का भुगतान कलेक्ट्रेट से ही होगा। डीएम ने तुरंत संबंधित क्लर्क को बुलाया और तीन दिन में भुगतान करने का आदेश दिया। इतना सुनते ही महिला डीएम कार्यालय में बेहोश हो गई। वहां मौजूद लोग भी सकते में आ गए। डीएम अपनी सीट से उठे और महिला को पानी एक गिलास पानी पिलाया। इसके बाद स्थिति सामान्य हुई।

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