मिशन 2019: गिरिराज के खिलाफ कन्हैया ठोंकेंगे ताल, राज्य में तीसरे फ्रंट के लिए भी कवायद शुरू
पटना। बिहार में सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से बेगूसराय में ताल ठोक रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी गिरिराज सिंह को भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी (भाकपा) से कन्हैया कुमार चुनौती देंगे। इस बीच बिहार में राजग व महागठबंधन से अलग एक तीसरे फ्रंट के गठन की तैयारियां भी शुरू हैं। माना जा रहा है कि यह तीसरा फ्रंट बेगूसराय, उजियारपुर, झंझारपुर समेत कुछ अन्य स्थानों पर अपने उम्मीदवार दे सकता है।
कन्हैया के भाकपा से चुनाव लड़ने की घोषणा
भाकपा के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह ने कहा है कि कन्हैया कुमार बेगूसराय से पार्टी के लोकसभा चुनाव प्रत्याशी होंगे। उन्हें मार्क्सवादी कम्युनिष्ट पार्टी (माकपा) व भाकपा (एमएल) का भी समर्थन मिलेगा। उन्होंने बताया कि कन्हैया के पक्ष में चुनाव प्रचार शुरू हो चुका है। कन्हैया के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए जल्द ही पार्टी महासचिव सुधार रेड्डी तथा राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान आने वाले हैं।
इस कारण नहीं बन सके महागठबंधन उम्मीदवार
जवाहरलाल नेहरू विवि (जेएनयू) छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे कन्हैया तब चर्चा में आए थे, जब उनके अध्यक्ष रहते जेएनयू में देशविरोधी नारे लगे थे। यह मामला फिलहाल कोर्ट में लंबित है। इसके बाद कन्हैया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रबल विरोधी के रूप में सामने आए। विपक्ष ने कन्हैया में भाजपा व पीएम मोदी विरोधी चेहरा देखा, लेकिन वाम दलों के महागठबंधन में शामिल नहीं होने के कारण कन्हैया महागठबंधन के साझा उम्मीदवार नहीं बन सके। इसके बाद वाम दलों ने उन्हें अपना साझाा उम्मीदवार बनाया है। उनके खिलाफ भाजपा के फायरब्रांड नेता व केंद्र की मोदी सरकासर में मंत्री गिरिराज सिंह होंगे।
वाम दल एकजुट, तीसरे फ्रंट की कवायद शुरू
भाकपा के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह के बयान पर गौर करें तो स्पष्ट है कि कन्हैया के पक्ष में वाम दल एकजुट हैं। माना जा रहा है कि वाम दल इसी एकजुटता के साथ कुछ अन्य सीटों पर भी चुनाव लड़ने जा रहे हैं। उनके साथ बीते दिन सपा के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले देवेंद्र प्रसाद यादव का खेमा भी जुट जाए, इसकी पहल शुरू हो गई है। चर्चा है कि महागठबंधन में सीट बंटवारें में तरजीह नहीं देने से नाराज देंवेंद्र प्रसाद