मिल गए बड़े संकेत, महाराष्ट्र में फिर बनेगी बीजेपी-शिवसेना की सरकार
नई दिल्ली। महराष्ट्र में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी होकर भी आज सत्ता से बाहर है। बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर विधानसभा चुनाव लड़े लेकिन दोनों की साथी सरकार नहीं बन पायी। इस वक्त राज्य में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन की सरकार है। जहां शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
हालांकि इससे पहले देवेंद्र फडणवीस ने शपथ ली थी। लेकिन समर्थन न जुटा पाने की स्थिति में 3 दिनों के अंदर ही उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। लेकिन अब राज्यसभा में बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने बीजेपी को सरकार बनाने का नया फॉर्मूला दिया है।
It was good of Shiv Sena to stick with the Hindutva ideology in the matter of CAB. SS did not vote against the CAB. Time to open a channel with SS and win them back. They can keep CM post for 2 1/2 years
— Subramanian Swamy (@Swamy39) December 11, 2019
बुधवार देर रात राज्यसभा सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ये अच्छी बात है कि शिवसेना ने अपने हिंदुत्व विचारधारा को पीछे नहीं छोड़ा है। नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ शिवसेना ने वोट नहीं किया। ये समय है कि बीजेपी और शिवसेना फिर से बातचीत शुरू करे। वो चाहे तो सीएम का पोस्ट ढाई साल तक के लिए रख सकते हैं।
खबरों की मानें तो शिवसेना ने कांग्रेस के दबाव में आकर अपना फैसला बदला, लेकिन इसके बावजूद शिवसेना ने वोटिंग नहीं की। उनका ये फैसला ये दिखाता है कि नागरिकता संशोधन बिल को लेकर वो काफी कंफ्यूज है। न तो उसने बिल का समर्थन किया और न ही विरोध। ऐसे में महाराष्ट्र में उनकी गठबंधन की सरकार पर कई तरह के सवाल उठने लगे हैं।