मानसून के दिनो में वाटरफॉल्स देखने का अलग ही है मज़ा, जरुर जाएँ इन जगहों पर

मानसून के दिन शुरू हो रहे हैं और ऐसे में घूमने का प्लान हर किसी का बनता है. घूमना हर व्यक्ति को पसंद होता है. बाहर का मौसम बहुत सुहाना होता है और इन दिनों में प्राकृतिक दृश्यों को देखकर मन को अजीब सी खुशी का अहसास होता हैं. इन दिनों में सबसे ज्यादा पसंद किये जाते हैं झरने. तो अगर आप भी इस मौसम में घूमना चाहते हैं तो आपको  बता देते हैं कुछ खूबसूरत झरने जिन्हें बारिश के मौसम में देखने जा सकते हैं.

* दूध सागर, गोवा 
दूधसागर भारत का एकमात्र झरना है, जो दो राज्यों की सीमा पर स्थित है. गोवा-कर्नाटक बॉर्डर से मंडोवी नदी गुजरती है, जिस पर दूधसागर झरना स्थित है. पणजी से इसकी दूरी लगभग 60 किमी है. दूधसागर झरने को ‘मिल्क ऑफ सी’ भी कहा जाता है.

* अथिराप्पिल्ली वॉटरफॉल, केरल (Athirapally waterfall​)
केरल पहले से ही भगवान की धरती कहे जाने वाला केरल अपने मॉनसून, समुद्री किनारा, प्रकृति और वाटरफॉल्स के लिए भी मशहूर है. यहां कई खूबसूरत और शानदार वॉटरफॉल हैं, जो किसी का भी मन मोह सकते हैं. उनमें से अथिराप्पिल्ली सबसे खूबसूरत वाटरफॉल है. यहां पर 80 फीट ऊंचाई से पानी गिरता है.

* चित्रकूट वॉटरफॉल, छत्तीसगढ़ 
छत्तीसगढ़ में स्थित चित्रकूट वाटरफॉल देश का सबसे बड़ा और मनमोह लेने वाले जल प्रताप में से एक है. यह वॉटरफॉल छत्तीसगढ़ में नियाग्रा नदी इंद्रावती में जगदलपुर के पास गिरता है. यह खूबसूरत वॉटरफॉल 29 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जबकि इसकी चौड़ाई मौसम के अनुरूप बदलती रहती है.

* जोग वॉटरफॉल, कर्नाटक 
जोग प्रताप महाराष्ट्र और कर्नाटक की सीमा पर शरावती नदी पर स्थित है. इसका जल 250 मीटर की उंचाई से गिरकर बड़ा सुंदर दृश्य उपस्थित करता है. इसका एक अन्य नाम जेरसप्पा भी है. इस वॉटरफॉल(जल प्रपात) की उंचाई 830 फीट है जो भारत का दूसरा सबसे ऊंचा वॉटरफॉलहै. इस फाल को यूनेस्को की ओर से दुनिया के सबसे अच्छे पर्यावरणीय स्थलों में से एक घोषित किया गया है.

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