मात्र एक नजर में ऐसे पहचाने आपके सामने खड़ी लड़की वर्जिन है या नही, जानें कैसे?

लड़की कुंवारी है या नहीं यह बाहर से देखकर पता नही चलता- कुंवारी की परिभाषा है ऐसी लड़की जिसका हाइमन बरकरार हो- कई लोगों के लिए कौमार्य का अर्थ है ऐसा लड़का या लड़की जिसने पहले कभी संभोग ना किया हो- योनि मुख की परतों  में योनि कोरोना/हाइमन के भीतर 1-2 सेमी की श्लेष्मा झिल्ली होती है- जब एक लड़की पहली बार संभोग करती है तो यह हाइमन खिंचाव से फट सकता है- इस से ड़ी पीड़ा के साथ कुछ रक्त भी निकल सकता है- हालांकि ऐसे बहुत से मामले देखने में आए हैं जिनमें कौमार्य बरकरार होने के बावजूद  हाइमन अक्षत नहीं था- कई मामलों में, पहली बार सहवास के दौरान भी रक्तस्राव बिल्कुल नहीं हुआ- वहीं कुछ मामलों में हाइमन ऑपरेशन, चोट, हस्तमैथुन, रूई के फाहे घुसने से या किसी प्रकार के अन्य दबाव  के कारण फट गया था-
वर्जिनिटी शब्द पर अकसर डिबेट चलती रहती है। अधिकतर लोगों का मानना होता है कि जो लड़की वर्जिन है उसी से शादी करनी चाहिए। लेकिन इन लोगों को यह नहीं पता होता कि वर्जिनिटी होती क्या है। आईये आज हम आपको बताते हैं कि वर्जिनिटी क्या होती है-
पुराने दौर से ही महिलाओं की वर्जिनिटी (कौमार्य) को बेशकीमती माना जाता रहा है। हम दुनिया भर के अब तक के इतिहास पर नजर डालें, तो पता चलेगा कि वर्जिनिटी को मूल्यों और संस्कारों से जोड़कर देखा जाता रहा है- खास तौर पर महिलाओं की वर्जिनिटी पर ज्यादा जोर दिया जाता है-लेकिन अब यह मान्यता टूट रही है। शादी से पहले सेक्स अब कोई वर्जित विषय नहीं रहा- पुरानी पीढ़ी की मान्यताओं और शिकायतों से परे शादी से पहले सेक्स आज की जरूरत बन चुका है। फिर भी कुछ लोग वर्जिनिटी को बड़ा इश्यू मानते हैं-

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 वर्जिनिटी को इश्यू बनाते हैं मर्द-
जो कपल्स रिलेशनशिप में रह रहे हैं, वे सेक्स को लेकर फ्री माइंडेड हैं। वे पाबंदी और नैतिकता के बंधनों से आजाद हैं। वे मनमर्जी से सेक्स करते हैं। उनके लिए यह जरूरी नहीं है कि रिलेशनशिप शादी में तब्दील हो जाए। मगर जब भी शादी और खासकर अरेंज मैरेज की बात आती images (2)है, तो उनकी भौहें चढ़ जाती हैं। खासकर महिलाओं के यह बात काफी मुश्किलें पैदा कर देती है, क्योंकि पुरुष महिलाओं की वर्जिनिटी को काफी बड़ा इश्यू मानते हैं-
गाइनकॉलजिस्ट महेंद्र वत्स के मुताबिक हमारे समाज में इस तरह की मानसिकता वाले लोगों की तादाद बड़ी संख्या में है। ऐसा इसलिए, क्योंकि ये सारी बातें हमारी संस्कृति और परंपरा में मजबूती से बनी हुई हैं। डॉक्टर वत्स के मुताबिक, ‘एक आम सवाल से मुझे हमेशा दो-चार होना पड़ता है। मैं कैसे पता करूं कि मेरी गर्लफ्रेंड या होने वाली पत्नी वर्जिन है? इसका साफ जवाब है कि इसे जानने का कोई रास्ता नहीं है-
डॉ. राजन भोसले के मुताबिक वैसे तो वर्जिनिटी कोई बड़ा इश्यू नहीं है, मगर मर्दों की पुरानी शिकायत है कि पहली रात में उनकी पत्नी को ब्लीड नहीं हुआ। यह पूरी तरह से बेवकूफाना सोच है कि ब्लीड नहीं हुआ तो वह वर्जिन नहीं है। ऐसा सभी के साथ जरूरी नहीं है। इसका मतलब यह नहीं कि वर्जिन नहीं है इसलिए ऐसा हुआ-
क्या नकली हाइमन लगवाई जा सकती है-
कोई लड़की वर्जिन है या नहीं, इसका पता दो ही तरीकों से चल सकता है- या तो वह प्रेगनेंट हो चुकी हो या फिर वह खुद स्वीकार कर ले- एक सेफ हाइमन कभी भी वर्जिनिटी का सबूत नहीं हो सकती, क्योंकि आजकल तो एक छोटा सा ऑपरेशन करवाकर भी आर्टिफिशल हाइमन लगाई सकती है। कई सारे डॉक्टरों के पास ऐसे केस आ रहे हैं। अब मेडिकल साइंस ने इतनी तरक्की कर ली है कि एक प्लास्टिक सर्जन आसानी से हाइमन की तरह के टिश्यूज़ बना सकते हैं। इस प्रक्रिया को हाइमनोप्लास्टी कहते हैं-
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