महिलाएं कभी ना करें इसे नजरअंदाज, हो सकता है हार्ट अटैक का लक्षण
ज्यादातर लोग यह समझते हैं कि हार्ट अटैक सिर्फ पुरुषों को ही होता है। लेकिन यह गलत अवधारणा है। दरअसल यह पूरी तरह आपके लाइफस्टाइल पर निर्भर करता है। बस पुरुषों और महिलाओं में हार्ट अटैक के दौरान पाए जाने वाले लक्षण में कुछ अंतर पाया जाता है। तो आइए जानते हैं कि आखिर किन लक्षणों को नजरअंदाज करना महंगा पड़ सकता है।
पुरुषों की तुलना में महिलाओं में सीने में दर्द के बिना सांस लेने में परेशानी जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
पीठ, दांत, कंधा, गर्दन और पीठ की हड्डी में दर्द होना। इसे ‘रेडीएटिंग’ दर्द कहते हैं। यह इसलिए होता है क्योंकि दिल की कई धमनियां यहां सबसे निचला सिरा होता है।
महिलाओं में हार्ट अटैक का लक्षण केवल सीने में दर्द नहीं होता। लक्षणों पर ध्यान देने के बजाय यदि आप तुरंत डॉक्टर के पास जाएं तो बेहतर होगा। डॉक्टरों के अनुसार बाद में पछताने से अच्छा है कि समय पर सुरक्षित निगरानी में आ जाएं।
यदि आप अचानक पसीना आने लगे और गर्मी महसूस हो तो संभल जाएं। इस लक्षण की अनदेखी ना करें। देरी किए बिना डॉक्टर से संपंर्क करें।
हार्ट अटैक के दौरान पुरुषों की तुलना में महिलाओं में जी मिचलाना, उलटी या अपचन जैसे लक्षण अधिक देखने को मिलता है।
चक्कर आना या सिर घूमना। यह हृदय में जाने वाली एक शिरा में अवरोध होने की वजह से होता है। इसे कमजोरी या फिर कोई दूसरा कारण ना समझें। हार्ट अटैक के लक्षणों को अक्सर लोग मामूली समझ कर नजरअंदाज कर देते हैं।
यदि आपके जबड़े में दर्द हो रहा है तो इसका अर्थ है कि आपको दिल में कोई बात है। यह हार्ट अटैक का एक बड़ा लक्षण होता है। यदि यह थोड़ी-थोड़ी देर में हो रहा है और आप थक रही हैं। तो इसे नजरअंदाज बिलकुल भी ना करें। यह दर्द बढ़ सकता है और यह दिल से जुड़ा हो सकता है।