महागठबंधन की कवायद के बीच राहुल गांधी समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं से मिले चंद्रबाबू नायडू, कही यह बात…

 तेलुगूदेशम पार्टी (TDP) के अध्यक्ष व आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने गुरुवार को नई दिल्ली में कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मुलाकात की. इस दौरान चंद्रबाबू नायडू ने तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले आम चुनाव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष से बात की. मुलाकात के बाद चंद्रबाबू नायडू और राहुल गांधी ने एक  प्रेस कांफ्रेंस भी की. प्रेस कांफ्रेंस के दौरान टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि मेरा मिशन देश और लोकतंत्र को बचाना है. हम सभी पार्टियों को एक प्लेटफॉर्म पर लाने की तैयारी में है, ताकि हम एक साथ बीजेपी से लोकतंत्र को बचा सकें. हमें एक साथ काम करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हमनें सभी पार्टियों को एक साथ आने का न्यौता दिया है. चंद्रबाबू ने कहा कि हमें राष्ट्र के बारे में पहले सोचने की जरूरत है, अगर हम देश को बचा पाते हैं तभी सब कुछ बच पाएगा. हमें सभी संस्थाओं को बचाने की जरूरत है. चाहे बात सीबीआई की हो या फिर आरबीआई की. सभी संस्थाओं में सरकार दखल दे रही है जो गलत है.राहुल से मुलाकात के बाद नायडू ने कहा- लोकतंत्र को बचाने के लिए सभी पार्टियों को आना होगा साथ

वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि हम सभी का मकसद सिर्फ बीजेपी को हराना और लोकतंत्र को बचाना है. इसके बाद ही हम आगे की चीजें तय करेंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी लोकतंत्र और संस्थाओं पर हमला कर रही है. हम बीजेपी के इस रवैये के खिलाफ ही काम करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम देश के युवाओं से बस इतना कहना चाहते हैं कि हम सब मिल कर काम करेंगे.  ताकि वह आगे बेरोजगार न रहें. युवाओं के साथ सबसे बड़ा मुद्दा है बेरोजगारी का. राहुल गांधी ने कहा कि हम युवाओं की बेरोजगारी, किसानों की हालत, राफेल मुद्दा और भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ेंगे. खास बात यह है कि चंद्रबाबू नायडू बीते कुछ समय से देश में गैर बीजेपी दलों को एकजुट करने और महागठबंधन बनाने की कवायद में जुटे हैं. इसी बाबत उन्होंने आज ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के मुखिया शरद पवार व नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख डॉ फारूक अब्दुल्ला से मुलाकात की. मुलाकात के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि भविष्य का कार्यक्रम मिल-बैठकर तय किया जाएगा. इस दौरान तीनों बड़े नेताओं ने एक स्वर में कहा कि आज लोकतंत्र खतरे में है और सभी विपक्षी दलों को एक साथ आना चाहिए.

वहीं, टीडीपी सांसद मिम्मला किष्टप्पा ने राहुल गांधी और चंद्रबाबू नायडू की मुलाकात पर कहा कि चंद्रबाबू नायडू एंटी मोदी पॉलिटिकल ताकतों को अगले लोकसभा चुनाव से पहले ही एक प्लेटफॉर्म पर लाने की कोशिश कर रहे हैं. यही राहुल और पवार के साथ मीटिंग का मेन एजेंडा है. उन्होंने आगे कहा कि तेलंगाना में कांग्रेस और टीडीपी एक साथ चुनाव लड़ने के लिए सीट शेयरिंग पर बात कर रहे हैं. ये बातचीत स्टेट लेवल के नेताओं के बीच चल रही है. 

दिल्ली में फारुक अब्दुल्ला, शरद पवार और चंद्रबाबू नायडू

बता दें कि चंद्रबाबू नायडू बीते कुछ समय से गैर बीजेपी दलों को एकजुट कर महागठबंधन की कवायद में जुटे हैं. माना जा रहा है कि तेलंगाना में कांग्रेस और टीडीपी गठबंधन कर सकती है. अगर ऐसा होता है तो कांग्रेस का दक्षिण में दूसरा बड़ा गठबंधन होगा. क्योंकि इससे पहले कर्नाटक जेडीएस के साथ कांग्रेस का गठबंधन है. बैठक के बाद आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि देश में CBI और RBI जैसे संस्थानों पर हमला किया जा रहा है, हालात बिगड़ते जा रहे हैं. हमलोग यहां अन्य पार्टियों के स्वागत के लिए हैं कि वे हमारे साथ आएं.

आइये और इस सरकार के खिलाफ एकजुट होइये. सीबीआई, ईडी और रिजर्व बैंक में क्या हो रहा है, यह हर कोई देख रहा है. वहीं नेशनल कांफ्रेंस के मुखिया फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि आज लोकतंत्र खतरे में है. हमने समान विचार वाली पार्टियों के बीच एक सामान्य न्यूनतम कार्यक्रम की आवश्यकता पर चर्चा की है. सिर्फ लोग ही नहीं, बल्कि इस देश के संस्थआन भी परेशानी को देख रहे हैं. हम सबको इस पर काम करना चाहिए. हमें लोकतंत्र को बचाना है. यह हमारा कर्तव्य है और इसीलिए हमलोग यहां साथ आए हैं. 
Back to top button