मंदिरों में बीफ रख IS रखकर कराना चाहता था रमजान के दौरान दंगे

मंदिरों में बीफ रख IS रखकर कराना चाहता था रमजान के दौरान दंगे नई दिल्ली। अलावा जांच एजेंसियों को यह भी पता लगा है कि ये लोग चारमीनार के पास स्थित भाग्यलक्ष्मी मंदिर में गोमांस और बीफ रखकर शहर में दंगे भड़काना चाहते थे। आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद में बुधवार सुबह राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने ताबड़तोड़ छापेमारी कर आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के मॉड्यूल का भांडाफोड़ करते हुए 11 युवकों को हिरासत में लिया। ये युवक बम धमाकों द्वारा शहर के वीवीआईपी और भीड़भाड वाले इलाकों को निशाना बनाना चाहते थे। 

टाइम्स ऑफ इंडिया ने जांच एजेंसियों के सूत्रों के हवाले से बताया है कि आईएस का यह मॉड्यूल रमजान के इस पवित्र माह के दौरान मंदिरों में मांस रखकर शहर में तनाव उत्पन्न करना चाहता है। गिरफ्तार किए गए युवा भारत में आईएस की भर्ती का काम देख रहे चीफ हैंडलर शैफी अरमार के साथ लगातार संपर्क में थे। एनआईए पिछले 4-5 महीने से इनपर नजर रखे हुए था।

टुकड़े में रखकर लाने को कहा 

25 जून की शाम को टेलीफोन पर हुई बातचीत को सुनने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने इन संदिग्धों को हिरासत में लेने का फैसला किया। एनआईए के एक सूत्र ने बताया कि फोन पर बातचीत के दौरान एक संदिग्ध व्यक्ति दूसरे व्यक्ति से कह रहा था, ‘उस दिन गाय और भैंस के मांस के चार-चार टुकड़े रखकर लाना और अगले दिन गोमांस के सात टुकड़े लाना।’ सूत्र ने बताया कि अगले कुछ दिनों में हमला हो सकता था और मॉडयूल के लिए फंड दुबई के रास्ते आ रहा था।

एनआईए द्वारा ‘हैदराबाद मॉड्यूल’ का खुलासा करना एक बड़ी सफलता है क्योंकि यह भारत में आईएस से प्रेरित पहला बड़ा आधुनिक हथियारबंद गुट है। इससे पहले रूड़की मॉड्यूल के पास हथियार मिले थे लेकिन उनके पास मिले आईईडी इतने चिंताजनक नहीं थे। इसी तरह जनवरी माह के दौरान मुबंई के मुदाबिर शेख के मॉड्यूल का भांडाफोड किया गया था जिसके पास हथियार तो नहीं थे लेकिन वह बम बनाने में पारंगत थे।

मोहम्मद इलियास यजदानी, अब्दुल्ला बिन अहमद अल अमोदी, हबीब मोहम्मद और मोहम्मद इरफान को बुधवार की शाम गिरफ्तार किया गया जबकि अन्य 6 युवकों से पूछताछ जारी है। सभी संदिग्धों की उम्र 20 से 30 साल के बीच है। ये युवा ग्रेजुएट है और जॉब भी करते हैं, इनमें से कुछ तो कम्प्यूटर इंजीनियर भी हैं और संपन्न परिवार से ताल्लुक रखते हैं।

गोमांस को लेकर टेलीफोन पर हुई बातचीत के बाद एनआईए ने इन्हें गिरफ्तार करने का निर्णय लिया। एक एनआईए अधिकारी ने बताया, ‘यह बातचीत हमारे लिए एक क्लू थी। हमारा अनुमान है कि आईएस से प्रेरित ये युवा सीरिया में बैठे हैंडलर शैफी अरमार उर्फ ‘आमिर’ के साथ निरंतर संपर्क में थे और वीवीआईपी और मॉल्स, शापिंग सेंटर्स चारमीनार से सटे इलाकों को निशाना बनाना चाहते थे, भाग्यलक्ष्मी मंदिर भी एक संभावित निशाना हो सकता था।’

 
 

 

Back to top button