मंत्रालय के बाहर शिवराज समेत भाजपा नेताओं ने गाया वंदे मातरम
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अन्य नेताओं के साथ वंदे मातरम गाया है। सभी ने वंदे मातरम मंत्रालय के बाहर गाया। बता दें कि आज से 15वीं विधानसभा का पांच दिवसीय प्रथम सत्र सात जनवरी से शुरू हो रहा है। पंद्रह साल बाद यह पहला मौका होगा कि कांग्रेस सत्तापक्ष इलाके में बैठी नजर आएगी और भाजपा विपक्ष के इलाके में बैठी नजर आएगी।
यह सत्र हंगामेदार हो सकता है, क्योंकि कमलनाथ के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार द्वारा मीसाबंदियों को दी जाने वाली पेंशन इस महीने से अस्थाई तौर पर बंद किये जाने पर भाजपा उसे घेर सकती है।
इससे पहले पिछले करीब 13 साल से हर महीने के पहले कामकाजी दिन भोपाल स्थित वल्लभ भवन (राज्य सचिवालय) में राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ गायन की परंपरा थी लेकिन एक जनवरी को टूटने के बाद हुए विवाद के बीच मध्य प्रदेश सरकार ने कहा था कि राष्ट्रगीत गायन की नयी व्यवस्था लागू होगी। राष्ट्रगीत गायन में अब सरकारी कर्मचारियों के अलावा पुलिस बैंड, आम जनता एवं क्रम से मंत्री भी शामिल होंगे।
ज्ञात हो कि इसके पूर्व ‘वंदे मातरम्’ गायन का कार्यक्रम राज्य शासन के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा प्रत्येक माह के प्रथम कार्य-दिवस को सिर्फ शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों की सहभागिता से ही किया जाता था। पिछले करीब 13 साल पहले भाजपा शासनकाल में शुरू हुई इस परंपरा के एक जनवरी को टूटने पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कड़ी आलोचना की थी।