भूकंप के तेज झटको से दहला इंडोनेशिया, सुनामी की चेतावनी नहीं

इंडोनेशिया के सुंबावा द्वीप पर मंगलवार तड़के 6.1 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। फिलहाल सुनामी की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है। भूकंप के कारण किसी के हताहत होने या किसी अन्य प्रकार की क्षति की तत्काल कोई खबर नहीं है।
भूकंप के तेज झटको से दहला इंडोनेशिया, सुनामी की चेतावनी नहीं

अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार भूकंप का केंद्र वांगपु शहर से करीब 150 किलोमीटर दूर सुंबा द्वीप के पास 31 किलोमीटर की गहराई में था। इंडोनेशिया आपदा एजेंसी के अनुसार भूकंप के बाद उसी इलाके में 5.2 की तीव्रता का एक और भूकंप आया।

इंडोनेशिया में बीते साल सितंबर माह में दो शक्तिशाली भूकंप के बाद सुनामी आई थी। जिसमें करीब 348 लोगों की मौत हो गई। देश के सुलावेसी क्षेत्र के पालू शहर में इसने बड़ी तबाही मचाई। भूकंप इतना शक्तिशाली था कि इससे कई इमारतें जमींदोज हो गईं। वहीं हाल ही में लंबोक द्वीप पर आए कई भूकंपों में करीब 500 लोगों की मौत हुई।

इंडोनेशिया में लगातार भूकंप और सुनामी आती रही हैं।  5 अगस्त 2018 को भी इंडोनेशिया में 6.9 तीव्रता का भूकंप आया था। इंडोनेशिया के द्वीप लंबोक और पास के बाली में सबसे ज्यादा तबाही देखने को मिली थी। इससे पहले, जुलाई के अंत में भी 6.4 तीव्रता का भूकंप आया था। इसके बाद भी कई झटके महसूस किए गए, इस आपदा में करीब 470 लोगों की मौत हुई थी। 

आज भी हालात सामान्य नहीं 

जिन दो जगहों पर भूकंप के बाद सुनामी आई वहां आज भी हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं। 6 लाख की आबादी वाले पालु और दोंगला शहर के लोग आज भी खराब स्थिति में रहने को मजबूर हैं। यहां के लोगों को अब समुद्र से डर लग
रहा है और वह पहड़ों पर रहने के बारे में सोच रहे हैं। 

इंडोनेशिया में ही क्यों तबाही मचा रहे भूकंप और सुनामी

इंडोनेशिया में लगातार मच रही तबाही से लोगों के जहन में ये सवाल उठना लाजमी है कि आखिर इंडोनेशिया में ही भूकंप और सुनामी क्यों तबाही मचा रहे हैं? इसी देश में सबसे ज्यादा प्राकृतिक आपदाएं क्यों आती हैं? इसका कारण यह है कि ये देश ‘रिंग ऑफ फायर’ पर स्थित है। यहां की धरती के अंदर मौजूद टेक्टॉनिक प्लेट्स आपस में अधिक टकराती हैं, जिससे भूकंप और ज्वालामुखी जैसी घटनाएं होती हैं। इस साल भी कई बार यहां भूकंप आया जिससे भारी संख्या में लोगों की मौत हुई। 

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