Men’s Hockey World Cup: भारत के सामने नीदरलैंड्स की कठिन चुनौती

ग्रुप स्तर के संघर्ष से पार पाकर भारतीय पुरुष हॉकी टीम विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में तो पहुंच गई है लेकिन सेमीफाइनल के लिए उसे बड़ी लड़ाई लड़नी है। भारतीय टीम को ओडिशा हॉकी सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए तीन बार की चैम्पियन नीदरलैंड्स से भिड़ना है और उसके लिए यह लड़ाई आसान नहीं होगी।

नीदरलैंड्स और भारतीय टीम का सामना क्वार्टर फाइनल में गुरुवार को कलिंगा स्टेडियम में होगा। नीदरलैंड्स जहां चौथे खिताब के लिए एक और कदम बढ़ाने मैदान पर उतरेगी, वहीं भारतीय टीम का लक्ष्य 1975 के बाद पहली बार विश्व खिताब जीतते हुए साल का समापन करना है।

कनाडा को मंगलवार को क्रॉसओवर मैच में 5-0 से हराकर नीदरलैंड्स ने क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी, वहीं भारत ने अपने पूल-सी के तीन मैचों में से दो में जीत हासिल कर और एक ड्रॉ मैच के साथ शीर्ष पर रहते हुए अंतिम-8 में जगह बनाई।

वर्ल्ड नम्बर-4 नीदरलैंड्स का डिफेंस और अटैक दोनों ही मजबूत हैं और मलेशिया के खिलाफ 7-0 और क्रॉसओवर में 5-0 के खिलाफ मिली जीत ये साफ जाहिर करता है कि भारतीय टीम के लिए गोल स्कोर करना मुश्किल हो सकता है।

तो इसलिए दुसरे टेस्ट पर्थ में टॉस गंवाना होगा अच्छा

भारत के लिए नीदरलैंड्स के अटैक को रोकना जरूरी है और सबसे अहम है उसका प्रतिद्वंद्वी टीम को पेनल्टी कॉर्नर न देना क्योंकि भारतीय टीम पेनल्टी कॉर्नर को रोकने और उस पर गोल करने में अब भी संघर्ष कर रही है।

वर्ल्ड नम्बर-5 मेजबान टीम के पास हालांकि, वरुण कुमार, ललित उपाध्याय, सिमरनजीत सिंह, हरमनप्रीत सिंह और आकाशदीप सिंह के रूप में ऐसे आक्रामक खिलाड़ी हैं, जो किसी भी टीम पर भारी पड़ सकते हैं। कनाडा के खिलाफ अंतिम ग्रुप मैच में 4-1 से मिली जीत में इन खिलाड़ियों ने अहम भूमिका निभाई थी। ऐसे में घरेलू प्रशंसकों और कोच हरेंद्र सिंह को इनसे काफी उम्मीदें हैं।

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