इंडिया का सबसे कम उम्र का लड़का, जो बन गया है अब लड़की

हमारे समाज में ट्रांसजेंडर लोगों को बड़ी ही अजीब नजरों से देखा जाता रहा है लेकिन धीरे-धीरे बदलते जमाने के साथ इन्हें भी बाकियों की तरह जीने के अधिकार मिलने लगे हैं। आपने ऐसे बहुत सारे लोग देखें होंगे जो अपनी पहचान से खुश नहीं होते। कुछ लोग जन्म तो लड़के या लड़की तरह लेते हैं लेकिन जीना इसके उल्ट रहना चाहते हैं। तो क्या उन्हें अपनी इच्छा अनुसार जीने का हक नहीं होना चाहिए। इंडिया का सबसे कम उम्र का लड़का, जो बन गया है अब लड़की

वैसे एेसे बहुत सारे लोग हैं जो सर्जरी के जरिए अपना जैंडर चेंज करवा चुके हैं। आज हम आपको ऐसी ही ट्रांसजेडर के बारे में बताने जा रहे जोकि सबसे कम उम्र की ट्रांसजेंडर है। जी हां नैना सबसे कम उम्र की ट्रांसजेंडर है जोकि दिल्ली के बसंत वैली स्कूल की छात्रा थी। नैना ने 2015 में अपने स्कूल में स्टेज पर जाकर सभी के सामने अपने ट्रांसजेंडर होने की घोषणा कर दी।

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यह कहानी है देश के सबसे यंग ट्रांसजेंडर की, जिसने अपनी इच्छाओं को सबके सामने रखा। लड़कों की तरह पली-बड़ी नैना, पहले कृष्णा नाम से जानी जाती थी।

17 साल का कृष्णा अब नैना बन चुका है और इसमें उसकी मां ने सबसे ज़्यादा उसकी मदद की। नैना पैदा तो लड़के की तरह हुई, लेकिन उसे पंसद था लड़कियों की तरह रहना-सहन और ड्रेसेस पहनना। हालांकि समाज को उसकी इन कथित हरकतों से नाराजगी थी। इस वजह से नैना काफी समय तक डिप्रैशन का शिकार रही।

नैना का अपना nainaqueenb नाम का न्यूज चैनल भी है, जहां वह ट्रांसजेंडर के अधिकारों और उनकी समस्याओं के बारे में खुलकर बात करती है। नैना की ये बेबाकी और आत्मविश्वास दूसरों के लिए प्रेरणा है।

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नैना को मेकअप करना, शॉपिंग करना औऱ सैल्फी लेना बहुत पसंद है। उनका सुझाव है कि सार्वजनिक जगहों पर पुरूष, महिला के अलावा अन्य शौचालयों की व्यवस्था भी होनी चाहिए, जिसे ट्रांसजेंडर्स इस्तेमाल कर सकें। नैना की मां मिशी हर फैसले में उनका साथ देती है। नैना पूरे आत्मविश्वास से अपनी बात रखती हैं। नैना का आत्मविश्वास ट्रांसजेंडर्स के प्रति समाज की मानसिकता पर कड़ी चोट है।

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