पूर्व सांसद नरेश अग्रवाल ने कहा कि जिस सांसद के लिए आम तौर पर कहा जाता है कि सूरज अस्त बंदा मस्त, वह कुछ कहे तो उसे गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हो सकता है सांसद अपने पांच साल की असफलताओं को इधर-उधर के मुद्दों से छिपाना चाह रहे हों।
उन्होंने कहा कि हमारा अपमान करके वह प्रसिद्ध नहीं होंगे। हमसे विरोध ले रहे हैं, यह ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि पासी समाज के कुछ विरोधियों ने आठ जनवरी को जूते पहनकर हैंडपंप के पानी से श्रवण देवी मंदिर परिसर को शुद्ध करने की बात कही। शुद्धीकरण करने वालों ने बताया कि गंगाजल था, लेकिन शुद्धीकरण इसलिए किया गया क्योंकि वहां पासी सम्मेलन का आयोजन हुआ था। नरेश अग्रवाल ने कहा कि वह जल्द ही फिर से श्रवण देवी मंदिर परिसर में पासी सम्मेलन का आयोजन करेंगे।