भाजपा के राज में ‘गंगा नहीं, गंगा भक्त हो रहे साफ’ : हरीश रावत

कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने रविवार को कहा कि भाजपा के राज में गंगा नहीं, बल्कि गंगा भक्त साफ हो रहे हैं। गंगा के लिए बलिदान देने वालों की संख्या बढ़ रही है। मगर भाजपा सरकार गंगा के प्रति लापरवाह बनी हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संकल्प पत्र के माध्यम से गंगा की बात करेगी।भाजपा के राज में ‘गंगा नहीं, गंगा भक्त हो रहे साफ’ : हरीश रावत

 

पार्टी गंगा के मामले में स्व. राजीव गांधी के एजेंडे पर आगे बढे़गी। गंगा के लिए शहीद हुए सानंद के लिए जो पत्र राहुल गांधी ने लिखा है, वह हमारी गंगा नीति का आधार होगा। उन्होंने एलान किया कि गंगा के मसले पर जल्द ही स्वयंसेवी और सामाजिक संगठनोें के दिल्ली कूच में कांग्रेस पूरी ताकत से हिस्सा लेगी। एक होटल में प्रेस कांफ्रेंस में हरीश रावत ने कहा कि हरिद्वार में स्वामी आत्मबोधानंद के आंदोलन पर सरकार की चुप्पी आपराधिक है। अमानवीय है।

दस फीसदी आरक्षण की बात बीरबल की खिचड़ी
पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि गरीब सवर्णों को दस फीसदी आरक्षण बीरबल की खिचड़ी जैसा है। रोजगार के क्षेत्र में भाजपा ने अनर्थ कर दिया है और इसके नाम पर आरक्षण दिया जा रहा है। यह ऐसी खिचड़ी है, जिसमें बीरबल की खिचड़ी से भी ज्यादा समय लगेगा। कांग्रेस ने इसका समर्थन किया, लेकिन रोजगार के नाम पर भाजपा ने युवाओं को जिस तरह से ठगा है, पार्टी उसका पुरजोर निंदा करती है। उन्होंने कहा कि गरीब सवर्णों के लिए आरक्षण का प्रस्ताव यूपीए सरकार ला चुकी थी, मगर सुप्रीम कोर्ट में मामला अटक गया।

गैरसैंण पर त्रिवेंद्र सरकार को जमकर कोसा
पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि गैरसैंण में त्रिवेंद्र सरकार के जमाने में सारे काम ठप हो गए हैं। विधानसभा में गैरसैंण में बजट सत्र कराने का संकल्प लिया गया था, मगर बगैर इसे खत्म किए इस बार सत्र देहरादून में कराया जा रहा है। यह गैरसैंण का अपमान है। पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि विधानसभा के बजट सत्र के दौरान गन्ना किसानों के मामले में वह उपवास रखेंगे।

जहां से हाईकमान कहेगा, वहीं से लडूंगा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत का कहना है कि उनके लोकसभा चुनाव लड़ने पर हाईकमान फैसला करेगा। उन्होंने कहा कि वह हर जगह सक्रिय हैं। इसलिए तय हाईकमान को करना है। लड़ना है या नहीं लड़ना है, लड़ना है, तो कहां से लड़ना है, सब कुछ हाईकमान तय करेगा।

रावत ने दोहराया, राम मंदिर कांग्रेस राज में बनेगा
कांग्रेस नेता हरीश रावत ने रविवार को दोहराया कि राम मंदिर कांग्रेस राज में बनेगा। उन्होंने इसके साथ यह भी जोड़ा कि कांग्रेस ही ऐसा दल है, जो सबको विश्वास में लेकर चलता है। न्यायपालिका का सम्मान करता है। उन्होंने कहा कि भाजपा तो पापी है। अमर्यादित है। ऐसे में मर्यादा पुरुषोत्तम राम का मंदिर वह नहीं बना सकती।

रोजगार, आंकडे़ और आरोप
03 करोड़ पदों को केंद्र और भाजपा शासित राज्यों में रिक्त कर दिया गया है।
24 लाख पद केंद्रीय विभागों में आज भी रिक्त हैं, जिन्हें भरा नहीं जा रहा है।
01 करोड़ लोगों का काम जीएसटी लागू करने के बाद देश में छिन गया है।

गुटबाजी के खतरे के बीच आपदा प्रबंधन भी

कांग्रेस ने गुटबाजी के बीच रविवार को आपदा प्रबंधन भी कर लिया। दरअसल, सोमवार को जहां हनोल से परिवर्तन यात्रा का आगाज हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ, कांग्रेस सेवादल का एक बड़ा कार्यक्रम पार्टी प्रदेश मुख्यालय में आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल जी भाई देसाई को भी रहना था। राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत इस कार्यक्रम के लिए पहले ही दून पहुंच चुके थे। कांग्रेस के रणनीतिकारों को इस कार्यक्रम के आयोजन के साथ गुटों की जोर आजमाइश का खतरा साफ महसूस हुआ। हनोल में प्रीतम-इंदिरा खेमे के लोग पहुंचते और हरीश खेमा सेवादल के कार्यक्रम में ही जुटता। इसे देखते हुए अचानक से रविवार को यह सूचना आई कि सेवादल का कार्यक्रम अब नहीं होगा। सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष राजेश रस्तोगी के अनुसार, इस कार्यक्रम के न होने का कारण राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल जी भाई देसाई के कार्यक्रम में तब्दीली है।

चार पन्नों में परिवर्तन यात्रा की बहुत सी बातें
परिवर्तन यात्रा का जो एजेंडा रविवार को जारी किया गया, उसमें चार पन्नों में बहुत सारी बातें कही गई हैं। राफेल खरीद, जीएसटी, नोटबंदी, कृषि, रोजगार, शिक्षा, महंगाई, राम मंदिर, गंगा सफाई, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, कांग्रेस सरकार की योजनाओं से बैर जैसी कई बातों का जिक्र किया गया है। इसके अलावा, राज्य सरकार के दो साल के कार्यकाल की विफलताओं में किसान, एनएच 74, भ्रष्टाचार-लोकायुक्त, कानून व्यवस्था, सरकार को हांकता हाईकोर्ट, आबकारी नीति, रोजगार, शिक्षा, अतिक्रमण, स्वास्थ्य जैसे विषयों पर आंकड़ों के साथ बातें सामने रखी गई हैं।

बहुगुणा की दावत पर कांग्रेस नेताओं की राय
रविवार को कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने विजय बहुगुणा की दावत पर भी प्रतिक्रिया दी। प्रीतम सिंह ने कहा-बहुगुणा जी कुछ करना चाह रहे हैं। ये त्रिवेंद्र जी को देखना है कि वे क्या चाहते हैं। कांग्रेस में टूट की बात पर उन्होंने भाजपा के चरित्र पर सवाल उठाए। हरीश रावत ने कहा कि मेरी और बहुगुणा की दावत में अंतर है। वह दल बदल के माहिर हैं।

चुनाव लडे़ं सरोज पांडेय, तो पता चल जाएगा
कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि सरोज पांडेय खुद समझदार हो जाएं, तो ठीक रहेगा। वह चुनाव लडे़ं, तो पता चल जाएगा। उन्होंने राहुल गांधी की समझदारी पर कहा कि पांच राज्यों के चुनाव ने साबित कर दिया है कि वे देश का नेतृत्व बेहतर ढंग से कर सकते हैं। एक अन्य सवाल के जवाब में प्रीतम सिंह ने कहा कि मीटू प्रकरण में संजय कुमार की गिरफ्तारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रमुखों के चुनाव कराने के मामले में सरकार भाजपा और कांग्रेस की राजनीति कर रही है। इस मामले को विधानसभा में उठाया जाएगा।

स्टिंग प्रकरण: समय पर अपना पक्ष रखेंगी इंदिरा
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि स्टिंग प्रकरण पर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश समय पर अपना पक्ष रखेंगी। उन्होंने कहा कि सीएम ने परेड ग्राउंड में स्टिंग दिखाने की चुनौती जरूर दी, लेकिन जो लोग इसकी अनुमति चाहते थे, उन्हें अनुमति नहीं दी गई।

एकजुटता की बात, पर साथ नहीं आए प्रीतम-हरीश

परिवर्तन यात्रा की शुरुआत से एक दिन पहले कांग्रेस के दिग्गजों ने एकजुटता की बातें तो खूब कीं, लेकिन साथ-साथ आकर एकजुटता का संदेश देने से परहेज किया। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने सुबह कांग्रेस भवन में प्रेस कांफ्रेंस की, तो राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने दोपहर एक होटल में मीडिया के सामने अपनी बात रखी। हालांकि दोनों प्रेस कांफ्रेंस के विषय अलग थे, लेकिन दोनों में कांग्रेस की मजबूती और भाजपा की घेराबंदी की बातें समान थीं। इसके बावजूद दोनों नेताओं ने एक-दूसरे से जुडे़ सवालों का न सिर्फ बेबाकी से जवाब दिया, बल्कि बयानों में एकजुटता दिखाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी।

इन स्थितियों के बीच, अब परिवर्तन यात्रा में हरीश रावत के शामिल होने पर सबकी निगाह है। प्रीतम की तरफ से हरीश रावत को न्योता जा चुका है। रावत ने भी हामी भर दी है, लेकिन बहुत सी बातें अभी तय होना बाकी मानी जा रही हैं। प्रीतम सिंह का कहना है कि राष्ट्रीय महासचिव को न्योता दे दिया गया है। उन्हें जब समय होगा, वह शामिल हो जाएंगे। वहीं दूसरी तरफ, हरीश रावत का कहना है कि कांग्रेस संगठन का यह कार्यक्रम है। उन्हें जब जैसा आदेश होगा, वह उसका पालन करेंगे। प्रीतम की परिवर्तन यात्रा में नेता प्रतिपक्ष डॉ.इंदिरा हृदयेश और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय पहले दिन से साथ चलने वाले हैं। हरीश रावत रविवार को देहरादून में ही थे, लेकिन उनकी यात्रा में शामिल होने की स्थिति साफ नहीं हो पाई।

हरीश रावत जी राष्ट्रीय महासचिव हैं, सीडब्ल्यूसी के सदस्य हैं, पूर्व सीएम हैं। असम के प्रभारी भी हैं। वह अपने स्तर से कांग्रेस की मजबूती के लिए काम कर रहे हैं। कोई समानांतर कार्यक्रम नहीं चला रहे हैं। अब सारे नेता एक ही दिशा में काम थोडे़ ही करेंगे।

हम सब कांग्रेस की मजबूती के लिए काम कर रहे हैं। सबका काम करने का अपना अपना अंदाज होता है। कहीं ये स्थिति नहीं है कि भाजपा की घेराबंदी नहीं हो रही है। मैं जो भी कार्यक्रम कर रहा हूं, उन्हें उत्तराखंड कांग्रेस से अलग तो नहीं रखा जा सकता।

परिवर्तन की मंशा के बीच कांग्रेस का इम्तिहान
लोकसभा चुनाव के लिए जमीन तैयार हो रही है। कांग्रेस परिवर्तन की आस के साथ सोमवार से यात्रा पर निकल रही है। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह खुद मोर्चे पर हैं। यह यात्रा कांग्रेस के लिए एक संगठन के तौर पर तो अहम है ही, व्यक्तिगत तौर पर प्रीतम के लिए भी खास है। उत्तराखंड की पांचों लोकसभा क्षेत्रों से होकर जिस प्रभाव के साथ ये यात्रा गुजरेगी, उसके आधार पर ही उनकी सांगठनिक क्षमता का आकलन होगा। कांग्रेस की राजनीति में प्रीतम-इंदिरा एक जगह, तो हरीश रावत दूसरी जगह पर साफ तौर पर दिख रहे हैं। हरीश की अपनी यात्राएं चलती रही हैं। परिवर्तन यात्रा के साथ वह कितना कदमताल करेंगे, इस पर भी निगाहें है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने चौंकाते हुए परिवर्तन यात्रा के साथ चलने का कार्यक्रम जारी कर दिया है। इन स्थितियों के बीच, भाजपा पर जोरदार हमले और आपसी एकजुटता का प्रदर्शन, ये दो बातें कांग्रेस के जेहन में हैं। इसमें कितनी सफलता मिलती है, यह देखने वाली बात होगी।

‘बहुत हुई जुमलों की मार, बदलो-बदलो मोदी सरकार’
परिवर्तन यात्रा से जुड़ा एजेंडा कांग्रेस ने रविवार को जारी कर दिया। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने इस मौके पर नारा दिया – बहुत हुई जुमलों की मार, बदलो-बदलो मोदी सरकार। इस नारे के साथ ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह परिवर्तन यात्रा पर सोमवार से निकल रहे हैं। उनके साथ नेता प्रतिपक्ष डॉ.इदिरा हृदयेश, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय समेत तमाम नेता रहेेंगे। अपनी विधानसभा चकराता के अंतर्गत हनोल के महासू देवता मंदिर से इस परिवर्तन यात्रा की शुरुआत हो रही है। कांग्रेस ने इस यात्रा को ध्यान में रखते हुए जिस एजेंडे को जारी किया है, वह पूरी तरह से केंद्र और राज्य सरकार के कामकाज पर केंद्रित है। कांग्रेस भवन में प्रेस कांफ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने पूर्व मंत्री दिनेश अग्रवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, अनुशासन समिति के अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह, दून महानगर अध्यक्ष लाल चंद्र शर्मा, कांग्रेस नेत्री गोदावरी थापली और प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी के साथ एजेंडा जारी किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का पांच और राज्य सरकार का दो वर्ष का कार्यकाल घोर विफलताओं से भरा हुआ है।

ये है परिवर्तन यात्रा का कार्यक्रम
परिवर्तन यात्रा का पहला चरण 21 जनवरी हनोल के महासू देवता मंदिर से शुरू होगा। इसके बाद, आराकोट, त्यूनी, मोरी, पुरोला, नौगांव, बड़कोट, चिन्यालीसौड़, उत्तरकाशी, लंबगांव, घनसाली, नई टिहरी, चंबा, नरेंद्र नगर होते हुए 25 जनवरी को यात्रा का समापन मुनिकीरेती में होगा। 27 जनवरी से यात्रा का दूसरा चरण शुरू होगा, जिसमें कालसी, विकास नगर, हरबर्टपुर, सहसपुर जैसे क्षेत्रों से होकर यात्रा गुजरेगी और सेलाकुई में इसका समापन हो जाएगा। 29 जनवरी से यात्रा का तीसरा चरण शुरू होगा। इस चरण की खटीमा से शुरुआत होगी। इस चरण का विस्तृत कार्यक्रम जारी होना शेष है। कुल पांच चरणों में पांचों लोकसभा क्षेत्रों को कवर किया जाएगा।

प्रीतम-इंदिरा पहुंचे यात्रा के आरंभ स्थल पर
प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और नेता प्रतिपक्ष डॉ.इंदिरा हृदयेश रविवार शाम यात्रा के आरंभ स्थल पर पहुंच गए। प्रीतम सिंह को उनके आवास पर पार्टी नेताओं ने पुष्प गुच्छ देकर रवाना किया। दूसरी तरफ, नेता प्रतिपक्ष डॉ.इंदिरा हृदयेश के साथ प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, मुख्य प्रचार समन्वयक धीरेंद्र प्रताप, महामंत्री नवीन जोशी, पूर्व दायित्वधारी अजय सिंह, डाटा एनालेटिक्स विभाग के प्रदेश अध्यक्ष दीवान सिंह तोमर, प्रदेश सचिव गिरीश पुनेड़ा यात्रा के आरंभ स्थल पर पहुंचे। कांग्रेस के प्रवक्ता डॉ.आरपी रतूड़ी के अनुसार, यात्रा की सारी तैयारी पूरी कर ली गई है।

…तो अभी और खिसकेगी नई कांग्रेस प्रदेश कमेटी की घोषणा

उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के एलान का मामला किसी अबूझ पहेली से कम नहीं है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के रविवार को दिए बयान के बाद यह माना जा रहा है कि पार्टी की प्रदेश कमेटी का मामला और आगे खिसकने जा रहा है। प्रीतम ने कहा, वह पुराने साथियों के साथ चल रहे हैं। इसमें कोई दिक्कत नहीं है। जो पुराने कार्यकारिणी के पदाधिकारी हैं वे भी कांग्रेसी हैं और मैं भी।

दरअसल, कांग्रेस की आपसी गुटबाजी ने प्रदेश कमेटी के मामले को इस कदर उलझा दिया है कि जिम्मेदार नेताओं के बयान भी झूठे साबित हो रहे हैं। प्रदेश प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह और प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने नए साल में कांग्रेस कमेटी के एलान की सीधी बात कही थी। इसके बाद, दिल्ली में बैठक भी र्हुईं, मगर प्रदेश कमेटी का एलान लटकता चला गया, और तो और लोकसभा चुनाव के लिए जिन पांच कमेटियों को तय करके उत्तराखंड कांग्रेस ने राहुल गांधी के सुपुर्द किया है, उस पर भी कोई अंतिम फैसला नहीं हो पाया है। इन स्थितियों के बीच, रविवार को प्रेस कांफ्रेंस में जब प्रदेश कमेटी से जुड़ा सवाल प्रीतम सिंह से किया गया, तो उन्होंने कहा कि इस पर किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है। इधर, प्रदेश कमेटी से जुड़ा सवाल जब राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत के सामने प्रेस कान्फ्रेंस में रखा गया, तो वह इस पर कुछ नहीं बोले।

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