बड़ी खबर :कलराज मिश्र बोले- राष्ट्रवाद व विकासवाद ने किया जातिवाद का किला ध्वस्त

हरियाणा में मिशन-10 फतह करने में जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राष्ट्रवाद और मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सरकार के अहम फैसले काम आए, वहीं भाजपा के लोकसभा चुनाव प्रभारी कलराज मिश्र की टीम के माइक्रो बूथ मैनेजमेंट ने इस जीत में अहम भूमिका निभाई है। टीम मोदी के खास सिपहसलार पूर्व केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र ने चुनाव से दो माह पहले ही हरियाणा में डेरा डाल लिया था।

मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके विश्वास सारंग ने चुनाव सह प्रभारी के तौर पर कलराज मिश्र के बूथ प्रबंधन को धरातल पर अंजाम दिया। हरियाणा में मिली इस बड़ी जीत के बाद अब भाजपा की निगाह अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में सभी 90 सीटों पर है। इसके लिए पार्टी ने काम शुरू कर दिया है। दैनिक जागरण के स्टेट ब्यूरो प्रमुख अनुराग अग्रवाल ने लोकसभा की जीत और विधानसभा चुनाव की तैयारी पर पूर्व केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र से बातचीत की। पेश है प्रमुख अंश…

  • सवाल : हरियाणा में भाजपा कभी खुद के बूते सभी सीटों पर कमल नहीं खिला सकी थी। इस बार पुराने सभी रिकार्ड टूटे हैं। इसे कैसे देखते हैं?

केंद्र की मोदी सरकार ने करीब दो दर्जन बड़ी योजनाओं के जरिए देश के आम आदमी की चिंता की। उन्हें सक्षम बनाया। बेघर लोगों को छत मुहैया कराई। पूरी दुनिया में देश के हर नागरिक का सिर फख्र के साथ ऊंचा किया। किसानों को उनकी फसल के उचित दाम मिलने के साथ ही खेती-बाड़ी का खर्च अलग से दिया। मोदी ने खुद को देश के मजबूत प्रधानमंत्री के रूप में पेश किया। पुलवामा हमले के बाद मोदी ने पाकिस्तान के किसी आम नागरिक को नुकसान पहुंचाए बिना उसे उसकी भाषा में जवाब दिया।

पाकिस्तान हमले के सबूत मांगता था। मोदी ने एयर स्ट्राइक के जरिये घर में घुसकर पाकिस्तान को जवाब दिया। देश यह अच्छी तरह से समझ गया कि मोदी के अलावा उनका मजबूत चौकीदार कोई दूसरा नहीं। लोगों ने देश की अस्मिता की रक्षा और उसे बरकरार रखने के लिए मोदी को फिर प्रधानमंत्री बनाया है। हरियाणा पूरे देश की भावनाओं के साथ चला है।

  • सवाल : हरियाणा में अक्सर जातियां हावी रहती है। चुनाव प्रबंधन और टिकट वितरण के दौरान आपने इसे महसूस किया होगा। किस तरह की दिक्कतें सामने आई?

यह चुनाव से पहले की बात है। अब यहां कोई जाति-बंधन नहीं है। हर जाति और बिरादरी ने भाजपा को वोट दिए। यहां तक की जाट समुदाय के लोगों का समर्थन भी भाजपा को खुलेतौर पर बिना किसी हिचक के मिला। हरियाणा में जातिवाद पर विकासवाद और राष्ट्रवाद हावी रहा है। इस बार के चनाव में जातिवाद के तमाम बैरियर टूट गए। लोगों ने मोदी के राष्ट्रवाद और मनोहर लाल की सरकार के विकास कार्यों पर अपनी सहमति की मुहर लगाई है।

  • सवाल : आपकी पार्टी के लोग भी मान रहे थे कि एक-दो सीट मसलन रोहतक या सोनीपत में भाजपा लूज कर सकती है, लेकिन नतीजा कुछ और ही आया?

मैंने कभी नहीं माना कि हम इन दोनों सीटों पर लूज कर सकते हैं। हम पहले दिन से ही मिशन-10 का टारगेट लेकर चल रहे थे। उसी मिशन को ध्यान में रखते हुए हमारी पूरी टीम ने काम किया। हमने माइक्रो बूथ मैनेजमेंट सिस्टम अपनाया। हर आदमी के घर तक हमारी टीम पहुंची। लोगों के दिलों में मोदी पहले से ही हैं। पन्ना प्रमुखों ने इस जीत में अहम भूमिका निभाई। लोगों को फीडबैक मिला कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जिस तरह से बिना पैसे के नौकरियां बांटी हैं, उनका लोगों में बड़ा संदेश है।

  • सवाल : हरियाणा में दूसरे दलों का पूरी तरह से सफाया हो चुका। अब कई ऐसे नेता हैं, जो अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर चिंतित हैं। उनके प्रति क्या नजरिया रहेगा?

यह बात सही है। अभी से कई लोग भाजपा में आने को आतुर हैं। वे तरह-तरह से हमारे लोगों के साथ संपर्क में हैं। हमें किसी से कोई गुरेज नहीं है। यदि कोई व्यक्ति अपनी गलतियों का पश्चाताप करते हुए प्रायश्चित करना चाहता है तो भाजपा उन्हें मौका देगी। ऐसे तमाम नामों पर मिल जुलकर विचार किया जाएगा, जो भाजपा को अपनाना चाहते हैं।

  • सवाल : सेना में हर दसवां सैनिक हरियाणा से है। दक्षिण हरियाणा के कई जिलों में सैनिक परिवारों की बहुत तादाद है। वन रैंक वन पेंशन लागू करने का कोई फायदा मिला?

हमारी सरकार फायदे या नुकसान को देखकर निर्णय नहीं लेती। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने सिर्फ जनहित होते हैं। वन रैंक वन पेंशन का सबसे ज्यादा फायदा हरियाणा के उन लोगों को मिला, जिन्होंने भारत माता की रक्षा के लिए काम किया। हरियाणा के यह लोग राष्ट्रवाद और देश प्रेम की बड़ी मिसाल हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पाकिस्तान को करारा जवाब देने की उनकी दृढ़ इच्छा शक्ति की दिल खोलकर तारीफ की है।

  • सवाल : हरियाणा में दस सीटें जीतने के बाद अब भाजपा संगठन की क्या तैयारी है। चुनाव नतीजों में 79 सीटों पर भाजपा की जीत के संकेत आ रहे?

अभी हमने दस लोकसभा सीटें जीती हैं। भले ही हम 79 विधानसभा सीटों पर जीत रहे हैं, लेकिन हमारा लक्ष्य अब मिशन-90 है। जिन सीटों पर पार्टी को लग रहा कि उसे कम वोट पड़े या संगठन को अधिक काम करने की जरूरत है, उन्हें चिन्हित किया जा रहा है। वहां अभी से काम शुरू कर दिया गया है। हरियाणा में हमारी पूर्ण बहुमत की सरकार तो बनने जा रही है, लेकिन हम चाहते हैं कि 90 की 90 विधानसभा सीट जीत कर पूरे देश में एक रिकार्ड बनाया जाए।

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