बड़ीखबर: सोनिया गांधी का रायबरेली दौरा रद्द, राहुल गाँधी आज पहुंचेंगे अमेठी
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी पहुंच रहे हैं. जबकि उनकी मां और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की अध्यक्ष सोनिया गांधी का दो दिनों का रायबरेली दौरा उनके स्वास्थ्य के चलते निरस्त हो गया है.
कांग्रेस के यूपी प्रदेश प्रवक्ता जीशान हैदर ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी का 23 जनवरी से होने वाला अमेठी का दो दिनी दौरे पर बुधवार को पहुंच रहे हैं. हालांकि उनके आने के समय और जगह में बदलाव किया गया है.
उन्होंने बताया कि राहुल गांधी सीधे फुरसतगंज हवाईअड्डे पर न उतरकर हवाई मार्ग से लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट (अमौसी) पर 23 की सुबह 10 बजे पहुंचेंगे. इसके बाद वो यहां से सड़क मार्ग से होते हुए अमेठी पहुंचेंगे.
राहुल बुधवार और गुरुवार दो दिन अपने संसदीय क्षेत्र में रहेंगे. वो अपने दौरे के पहले दिन अमेठी के नहर कोठी के शहीद स्मारक स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे. इसके बाद तिलोई विधानसभा के ग्राम प्रधानों के साथ बैठक करेंगे.उनका परैया नमकसार गांव का दौरा करेंगे. यहां से निकलकर सीधे गौरीगंज कलेक्ट्रेट पहुंचेंगे और यहां अधिवक्ता संघ के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे.
राहुल गांधी इसके बाद मुसाफिरखाना के धरौली गांव जाएंगे, जहां पूर्व ब्लाक प्रमुख के घर शोक संवेदना व्यक्त करेंगे. इसके बाद हलियापुर में राहुल गांधी का स्वागत कार्यक्रम है. वह मुसाफिरखाना के नेवादा गांव में पूर्व सांसद राजकरन सिंह से मुलाकात करेंगे. तिलोई में दिवंगत वरिष्ठ कांग्रेस नेता शिव प्रताप सिंह के परिजनों से मुलाकात का कार्यक्रम है. इसके बाद भुएमऊ गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे.
बता दें कि राहुल गांधी 4 जनवरी को ही दो दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी आने वाले थे. लेकिन संसद के चलने के चलते नहीं आ सके थे, क्योंकि उसी समय लोकसभा और राज्यसभा में मोदी सरकार ने सवर्ण आरक्षण विधेयक पेश किया था.
जनवरी के पहले सप्ताह में राहुल संसदीय क्षेत्र आ रहे थे उसी समय केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी अमेठी के दौरे पर थी. राघवराम सेवा संस्थान के द्वारा यहां किए गए कंबल वितरण कार्यक्रम में शिरकत किया था. इसके अलावा अमेठी में एक आवासीय विद्यालय की आधारशिला रखेंगी और सीएचसी गौरीगंज में सीटी स्कैन मशीन का उद्घाटन भी किया था.
राहुल गांधी के गढ़ अमेठी में बीजेपी नेता स्मृति ईरानी की सक्रियता से कांग्रेसी खेमे में बेचैनी बढ़ी हुई है. दरअसल अमेठी गांधी परिवार की परंपरागत संसदीय सीट मानी जाती है. बीजेपी की स्मृति ईरानी ने 2014 में राहुल के खिलाफ चुनाव लड़ी थीं. हालांकि वो जीत नहीं सकी थीं, लेकिन उन्होंने अमेठी से नाता नहीं तोड़ा. 2014 में नरेंद्र मोदी की केंद्र में सरकार बनने के बाद स्मृति ईरानी को कैबिनेट मंत्री बनाया गया और तभी से वह अमेठी में बेहद सक्रिय हैं.