ब्रेक्जिट पर PM टेरीजा मे को मिली करारी हार, देना पड़ सकता है इस्तीफा
समझौता खारिज होने के तुरंत बाद विपक्षी लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कॉर्बिन ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी पेश कर दिया, जिसे टेरीजा मे ने स्वीकार कर लिया। उन्होंने कहा कि वह बुधवार को इसका सामना करेंगी और जवाब भी देंगी, जिसे कॉर्बिन ने भी स्वीकार कर लिया। मे ने तंज कसते हुए कहा कि उन्हें अपनी हार का पता था। लेकिन, वह यह नहीं जानतीं कि सांसद अगर ब्रेक्जिट का समर्थन नहीं करेंगे तो किसका करेंगे।
मतदान से पहले टेरीजा मे ने सासंदों से इस प्रस्ताव पर फिर से विचार करने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा था, ‘यह पूरी तरह सही नहीं है, लेकिन वास्तव में यही बीच का रास्ता है। जब इतिहास लिखा जाएगा, तो लोग संसद के फैसले को देखेंगे और पूछेंगे, क्या हमने यूरोपीय संघ को छोड़ने के लिये मतदान किया या देश की जनता को निराश किया।’
ब्रेक्जिट को लेकर 18 महीने चली थी बातचीत
18 महीने तक चली बातचीत के बाद नवंबर, 2018 में यूरोपीय संघ के साथ ब्रेक्जिट समझौते पर सहमति हुई थी। दिसंबर में समझौते को लेकर हाउस ऑफ कॉमन्स में मतदान होना था। हालांकि, हार के डर से इसे टाल दिया गया था। इसके बाद से टेरीजा मे सांसदों को इस बारे में