ब्रजेश ठाकुर और जेल के नंबरदार की दोस्‍ती जेल वार्डर पर पड़ी भारी, विवाद के बाद सस्पेंड

 यहां केंद्रीय जेल में बंद बिहार के मुजफ्फरपुर के बालिका गृह यौन शोषण मामले के आरोपित ब्रजेश ठाकुर को कहने के लिए तो अन्य कैदियों से अलग बैरक में रखा गया है लेकिन उसकी अन्य कैदियों से नजदीकियां बढ़ती नजर आ रही हैं। जेल में सजा काट रहे एक कैदी को नंबरदार लगाया गया है। ये नंबरदार ब्रजेश की बैरक पर भी नजर रखता है। नंबरदार को ब्रजेश से मिलने और बातचीत की इजाजत है। मामला सुर्खियों में आने के बाद इसका खामियाजा जेल के वार्डर को भुगतना पड़ा है और उसे निलंबित कर दिया गया है।ब्रजेश ठाकुर और जेल के नंबरदार की दोस्‍ती जेल वार्डर पर पड़ी भारी, विवाद के बाद सस्पेंड

नंबरदार से जेल वार्डर के झगड़े की ब्रजेश ने अधिकारियों से की थी शिकायत

बताया जाता है नंबरदार बनाए गए कैदी से कुछ दिन पहले जेल वार्डर कुलदीप सिंह की बहस हो गई थी। नंबरदार ने ये बात ब्रजेश ठाकुर को बताई। ब्रजेश ने पहले तो कुलदीप सिंह को हद में रहने की बात कही लेकिन बाद में जेल अधिकारियों से उसकी शिकायत कर दी। मामला बढ़ता देख जेल अधिकारियों ने वार्डर को ही सस्पेंड कर दिया लेकिन बैरक से नंबरदार को नहीं हटाया। हालांकि जेल सुपरिटेंडेंट जसपाल सिंह का कहना है कि जेल वार्डर के निलंबन से ब्रजेश का कोई लेना देना नहीं है। इतना जरूर है कि नंबरदार कैदी और वार्डर के बीच झगड़े की जानकारी जरूर उसने दी थी।

पूर्व सुपरिटेंडेंट के विवाद के बाद नरम हुए अधिकारी

ब्रजेश ठाकुर को अलग रखे जाने के बाद उसे किसी कैदी से बात करने और मिलने की इजाजत नहीं थी। बीते दिनों पूर्व जेल सुपरिटेंडेंट राजन कपूर पर लगे आरोपों के बाद उन्हें हटा दिया गया था। इस विवाद के बाद अब जेल अधिकारी नरम पड़ गए हैं। ब्रजेश की बैरक में निगरानी रखने और उसकी मदद के लिए चार मुलाजिमों को लगा दिया है।

ओकू से जेल वार्डन के सस्पेंशन का लिंक नहीं : बराड़ 

ऑर्गेनाइज्ड क्राइम कंट्रोल यूनिट (ओकू) के डीएसपी बिक्रम सिंह बराड़ का कहना है कि जेल वार्डर कुलदीप ङ्क्षसह को सस्पेंड किए जाने का ओकू से कोई संबंध नहीं है। ब्रजेश ठाकुर की ओर से लगाए आरोपों की जांच वरिष्ठ अधिकारी कर रहे हैं।

जेल में बैडमिंटन खेलकर टाइम पास कर रहा ब्रजेश

जेल के कैदियों के मनोरंजन के लिए खेल की व्यवस्था रहती है। कैदी वॉलीबॉल और बैडङ्क्षमटन आदि खेलते हैं। जेल में वक्त गुजारने के लिए जेल प्रशासन ने बैडमिंटन रैकेट का एक जोड़ा ब्रजेश ठाकुर को भी दिया है। ब्रजेश जेल मुलाजिमों के साथ बैडमिंटन खेलकर वक्त गुजार रहा है। जेल सुपरिटेंडेंट जसपाल सिंह का कहना है कि ब्रजेश को जेल नियमों के अनुसार ही सुविधा दी जा रही हैं। उसे स्पेशल कोई भी चीज मुहैया नहीं करवाई है। अन्य कैदियों की तरह उसे भी खेल का सामान दिया है।

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