बेनामी संपत्ति कानून के तहत शिकंजे में आए, पूर्व CM मायावती के भाई एवं बसपा के उपाध्यक्ष

बेनामी संपत्ति कानून के तहत शिकंजे में आए पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के भाई एवं बसपा के उपाध्यक्ष आनंद कुमार पर आयकर विभाग का शिकंजा अभी और सख्त होगा। अब उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में उनकी संपत्तियों की तलाश की जा रही है, जिनकी भी जांच कराई जाएगी। ये संकेत पश्चिम उत्तर प्रदेश उत्तराखंड रीजन के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त ने दिए हैं।

आयकर विभाग के एक कार्यक्रम में बुधवार को पश्चिम उत्तर प्रदेश उत्तराखंड रीजन के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त पीके गुप्ता ने बताया कि बेनामी संपत्ति कानून के तहत आनंद के खिलाफ अभी जांच जारी है। आनंद के नोएडा में रहने के कारण उनका परिक्षेत्र जरूर है लेकिन आनंद दिल्ली में रिटर्न दाखिल करते हैं। ऐसे में बेनामी संपत्ति के मामले में दिल्ली की टीम ने उनपर कार्रवाई की है। उन्होंने बताया कि पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड रीजन में आनंद की जांच की फाइल भी दिल्ली रीजन को सौंप दी गई है। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड परिक्षेत्र में आनंद की संपत्तियों की तलाश की जा रही है, इसके लिए विभाग की टीम काम कर रही है।

पांच वर्ष पहले आनंद के यहां कानपुर रीजन ने मारा था छापा

आनंद कुमार के यहां पांच वर्ष पूर्व आयकर विभाग के पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड यानी कानपुर रीजन के अधिकारियों ने छापा मारा था। आयकर अधिकारियों को पांच वर्ष पहले आनंद के संबंध में कई जानकारियां मिली थीं। इसके आधार पर नोएडा स्थित उनके आवास पर छापा मारा गया था। आयकर अधिकारियों के मुताबिक यह एक पूर्ण छापा नहीं था, इस छापे में उनकी कई अन्य संपत्तियों को जांच के दायरे में नहीं लिया गया था। आनंद दिल्ली में अपने रिटर्न फाइल करते हैं, इसलिए यह जांच दिल्ली सेंट्रल सर्किल चली गई थी। इसके बाद से पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की है।

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