बेटे ने पिता की जायदाद हासिल करने के लिए पिता के शरीर के कर दिए टुकड़े टुकड़े..

 देश की राजधानी दिल्ली में रिश्तों को शर्मसार करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पूर्वी दिल्ली के शाहदरा इलाके में एक बेटे ने संपत्ति की खातिर अपने पिता की हत्या की फिर उसके 50 टुकड़े कर डाले। इसके बाद वह शव के टुकड़ों को चार अलग-अलग बैग में भरकर ले जा रहा था, लेकिन घर के बाहर ही उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मामले का खुलासे होने पर पुलिस प्रशासन के साथ स्थानीय लोगों में भी हड़कंप मचा हुआ है।

शाहदरा जिले के फर्श बाजार इलाके में यह दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। मिली जानकारी के मुताबिक, बेटे अमन ने अपने एक साथी के साथ मिलकर जायदाद हासिल करने के लिए पिता संदेश अग्रवाल के शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। फिर शरीर के टुकड़े बैग में भरकर ठिकाने लगाने जा रहा था, तभी पुलिस ने उसे मौके पर ही दबोच लिया। गिरफ्तार आरोपित की पहचान अमन अग्रवाल के रूप में हुई है। पुलिस ने मृतक संदेश अग्रवाल के शव के टुकड़ों को जमा करके पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। बताया जा रहा है कि अमन के पिता के शव के 50 टुकड़े किए ताकि वह उन्हें ठिकाने लगा सके।

पुलिस के अनुसार, संदेश अग्रवाल 522 बड़ा बाजार शाहदरा में रहते थे। उनकी इसी इलाके में ही कॉस्मेटिक के सामान बेचने की दुकान है। परिवार में पत्नी दो बेटे व एक बेटी है। वारदात के पीछे का विवाद संपत्ति है। पता चला है कि बेटे अमन पिता की दुकान को हड़पना चाहता था और साइबर नेट का काम खोलना चाहता था। संदेश दुकान पर सामान बेचकर घर का खर्च चलाते थे। मृतक के भाई ने बताया कि अमन ने एक महीने पहले दुकान न देने पर पिता को जान से मारने की धमकी भी दी थी। 

उनका आरोप है कि मृतक का पूरा परिवार इस घटनाक्रम में शामिल हैं। आए दिन संपत्ति को संदेश को उनका परिवार परेशान करते थे। कोर्ट में संपत्ति का केस चल रहा है। आधी संपत्ति पहले ही मृतक ने अपनी पत्नी और बच्चों के नाम कर दी थी। बावजूद इसके अपनी आजीविका चलाने के लिए मृतक की बची हुई दुकान भी हड़पना चाहते थे। जिसे वो देने के पक्ष में नहीं थे।

इस पूरे हत्याकांड को अंजाम बेहद सोची-समझी साजिश के तहत दिया गया है। मृतक के अन्य परिजनों की मानें तो घटना से पहले पत्नी, छोटा बेटा और बेटी घूमने के बहाने घर से बाहर चले जाते हैं, ताकि बड़ा बेटा इस पूरे घटनाक्रम को अंजाम दे सके।

मृतक के परिजनों का अंदेशा है कि इस घटनाक्रम को सोमवार रात ही अंजाम दे दिया गया है, क्योंकि मंगलवार सुबह ढूंढ़ने पर भी वो कहीं नजर नहीं आए। आसपास सब जगह पता करने पर भी उनका कोई पता नहीं चला और बेटे की संदिग्ध गतिविधियों के चलते उन्हें उनके अमन पर शक हुआ।

मंगलवार रात जब अमन ने अपने दोस्त को गाड़ी लेकर बुलाया और लाश के टुकड़ों से भरा बैग रखने लगा तो परिजनों ने रंगे हाथों ही उसे पकड़ लिया और तुरंत मामले की सूचना पुलिस को सूचना दी । जिसके बाद पुलिस ने अमन और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है और गाड़ी को कब्जे में ले लिया।

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