बुरी तरह से बौखलाया चीन, भारत अमेरिका ने दोनों तरफ से घेरा

चीन से निकले कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को परेशान किया. अब चीन अपने पड़ोसी देशों को परेशान करने के लिए नए पैंतरे अपना रहा है. पड़ोसी देशों को उकसाने के लिए उसने कई चालें चलीं. लेकिन अब चीन को दबाने के लिए भारत और अमेरिका ने उसे दो तरफ घेर लिया है. इससे चीन बुरी तरह से बौखलाया हुआ है. गलवान घाटी में चीन की सेना पीछे हटी है लेकिन भारत ने अपनी सख्ती कम नहीं की है. उधर, दक्षिण चीन सागर में जापान के पास अमेरिका ने अपने युद्धपोत और फ्रिगेट तैनात कर रखे हैं.

सोमवार रात को भारत-चीन सीमा के पास लड़ाकू हेलिकॉप्टर अपाचे ने उड़ान भरी. देर रात अपाचे समेत कई लड़ाकू विमान उड़ान भरते हुए दिखाई दिए. इन सभी ने चीन पर नजर रखी.

भारतीय वायुसेना लगातार भारत-चीन सीमा के पास अभ्यास कर रही है. भारतीय सेनाएं किसी भी तरह की स्थिति से निपटने की तैयारी में है. अपाचे ही नहीं चिनूक हेलिकॉप्टर ने भी यहां उड़ान भरी थी.

इसके अलावा मिग-29, सुखोई और जगुआर विमानों ने लेह के आसमान में उड़ान भरी थी. भारतीय वायुसेना के बेड़े में पिछले ही साल 8 अपाचे लड़ाकू हेलिकॉप्टरों ने जगह बनाई थी, जिसके बाद सेना मजबूत हुई थी.

इसकी मारक क्षमता खतरनाक होती है, साथ ही इसका डिजाइन ऐसा होता है कि रडार की पकड़ में भी ना आ सके. अपाचे लगभग 280 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरता है, तो 16 एंटी टैंक मिसाइल छोड़ने की क्षमता रखता है. ये हेलिकॉप्टर बिना रुके करीब तीन घंटे तक उड़ान भर सकता है.

गलवान घाटी के आसपास फॉरवर्ड एयर बेस से चीन पर नजर रखने के लिए मल्टी रोल कॉम्बैट, मिराज-2000, सुखोई-30 और जगुआर की भी तैनाती की गई है. ये सभी लड़ाकू विमान हथियारों से लैस होकर इलाके की निगरानी कर रहे हैं.

उधर, दक्षिण चीन सागर में अमेरिकी नौसेना ने जोरदार शक्ति प्रदर्शन किया है. अमेरिका ने दक्षिण चीन सागर में अपने युद्धपोत तैनात कर रखे हैं. साथ ही बमवर्षक विमानों समेत कुल 11 फाइटर जेट ने दक्षिण चीन सागर के ऊपर उड़ान भरी.

इन सभी फाइटर जेट ने निगरानी विमानों के जरिए चीन को अपनी ताकत का एहसास कराया. इस दौरान यूएस नेवी के परमाणु युद्धपोत निमित्ज और रोनाल्ड रीगन जैसे दुनिया के सबसे बड़े एयरक्राफ्ट कैरियर ने भी अभ्यास में हिस्सा लिया. 

अमेरिकी फाइटर जेट की विवादित क्षेत्र में उड़ान से चीन बुरी तरह भड़क गया. वहां के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने इसे शक्ति का खुला प्रदर्शन बताया और अमेरिका को धमकी दी. ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि अमेरिका की किसी भी कार्रवाई पर पीएलए मुंहतोड़ जवाब देने के लिए इंतजार कर रही है.

अमेरिका ने दक्षिण चीन सागर के ऊपर B-52H स्ट्रैटोफोर्ट्रेस हैवी स्ट्रैटेजिक बॉम्बर तैनात कर रखा है. अमेरिका के दो युद्धपोत USS Nimitz and USS Ronald Reagan दक्षिण चीन सागर में तैनात हैं.

अमेरिका के दोनों युद्धपोतों पर एफए-18ई सुपर हॉर्नेट के दो स्क्वॉड्रन और ईए-18जी ग्रोलर इलेक्ट्रॉनिक अटैक जेट्स तैनात हैं. इन सभी युद्धपोतों की सुरक्षा के लिए समुद्र के अंदर अमेरिका ने अपनी कई पनडुब्बियां भी तैनात कर रखी हैं. 

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