बीजेपी सरकार में हुए करोड़ों के घोटालों से अब हटने वाला है पर्दा, शुरूहुई जांच

कॉपरेटिव विभाग में हुए करोड़ों के घोटालों से अब पर्दा हटने वाला है, क्योंकि सरकार ने घोटालों से जुड़े प्रकरणों की जांच अब शुरू कर दी है. पिछली सरकार में किसान कर्जमाफी के नाम पर हुए करोड़ों के घोटाले की जांच की जाएगी, जिसमें कई कॉपरेटिव बैंकों की मिलीभगत सामने आई.

बीजेपी सरकार में कर्जमाफी के नाम पर हुए करोड़ों के घोटाले के बाद कांग्रेस सरकार एक्शन में आ गई है. गहलोत सरकार ने उन सभी कॉपरेटिव बैंकों की जांच शुरू कर दी, जिन्होंने कर्जमाफी के नाम पर सरकारी खजाना लूटा था. किसानों की कमर तोड़ने वाले कॉपरेटिव बैंकों में करप्शन से जुड़े अफसरों को अब किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा.

सूत्रों की माने तो कॉपरेटिव बैंकों में 125 करोड़ से ज्यादा के घोटाले की शिकायते सामनेआई है. यानि अन्नदाताओं के हक पर डाका डालने वाले अफसर अब जेल की सलाखों की पीछे जाएंगे. ऋण माफी के नाम पर करोड़ों का चूना लगाने वाले अधिकारियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा.

बीजेपी सरकार में कर्जमाफी के नाम पर जुड़े तरह तरह के प्रकरण सामने आए थे, जिसमें ऐसे किसानों को भी बैंकों ने कर्जा दे दिया था, उनकी मत्यु हो चुकी है. बैंकिंग क्षेत्र में तकनीक के बढ़ते प्रयोग के साथ ही गबन, घोटाले और फ्रॉड के प्रकरण सामने आ रहे हैं. इसको रोकने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के मापदण्डों के अनुसार सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, ताकि ऐसी गलतियों से बचा जा सके.

अब 20 दिन के अंदर सहकारिता विभाग सरकार को रिपोर्ट सौपेगी. जिसके बाद देखना यह होगा कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई होगी.

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