बीजेपी में भूचाल आना तय, बगावत पर उतरी यह दिग्‍गज नेता

नई दिल्‍ली। महाराष्ट्र बीजेपी में टकराव की स्थिति आज खुलकर सामने आ गई। पंकजा मुंडे ने आज अपने बागी तेवर खुलकर सामने रख दिए। उन्होंने घोषणा की है कि 27 जनवरी से वे हाथों में मशाल लेकर पूरे महाराष्ट्र का दौरा करेंगी। उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए यह भी कहा कि पार्टी कुछ लोगों के हाथ में आ गई है। इस पार्टी को सभी लोगों की पार्टी बनाना है।

आपको बता दें कि महाराष्ट्र के बीड जिले में स्वर्गीय गोपीनाथ मुंडे की जयंती पर उनकी बेटी पंकजा मुंडे ने एक रैली का आयोजन किया था। रैली में बीजेपी नेता पंकजा मुंडे ने अपने पिता को याद करते हुए कहा कि गोपीनाथ मुंडे भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन आज भी उन्हें लोग कितना चाहते हैं यह अब समझ आ रहा है। मेरी चुनाव में हार हुई है पर लोगों का प्यार आज भी मेरे साथ है। उन्होंने आगे कहा कि मुझे छोटी-मोटी चिल्लर हार नहीं झुका सकती है।

मीडिया में खुद को लेकर चली तमाम खबरों पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि एक दिसंबर को मैंने फेसबुक पर पोस्ट लिखी। आज 12 दिसंबर है। मैं क्या कदम उठा रही हूं यह सब देख रहे हैं। लोग मेरे बारे में सूत्रों के हवाले से खबरें चला रहे थे। इतने भी अच्छे लोगों के सूत्र थे तो किसी को यह पता क्यों नहीं लगा कि देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार शपथ लेने वाले हैं।

बीजेपी नेताओं की शंका के बारे में बात करते हुए पंकजा ने कहा कि लोग मेरे साथ हैं। मैंने संघर्ष यात्रा निकाली और मेरे साथ लोग खड़े रहे। विधानसभा चुनाव के वक्त मैंने देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाने के लिए चुनाव प्रचार किया। हर विधायक के प्रचार के लिए गई ताकि महाराष्ट्र में सरकार बन सके। लेकिन उन लोगों को लगा कि मैं धोखा करने वाली हूं। मेरे अंदर गोपीनाथ मुंडे के संस्कार हैं। मैं किसी को धोखा नहीं देती हूं।

पंकजा मुंडे ने आगे कहा कि मुझे उन लोगों से कोई अपेक्षा नहीं है। मैंने अपने पोस्ट में लिखा था कि प्रथम राष्ट्र, द्वितीय पार्टी और तृतीय मैं। तो कैसे उन लोगों ने यह सोच लिया कि मैंने धोखा करने वाली हूं।

बीजेपी नेता ने अपने संबोधन में आगे कहा कि मीडिया में भी यह बात चलाई गई कि मैंने पार्टी छोड़ने वाली हूं। जैसे नाथा भाऊ (एकनाथ खडसे) ने बोला कि हमें पार्टी के दरवाजे से ही बाहर निकालने की कोशिश हो रही है तो हम क्या करें आखिर।

पंकजा मुंडे ने अपने विरोधी तेवर दिखाते हुए कहा कि यह अफवाह उड़ाई गई कि मैं अलग पार्टी बनाउंगी। पार्टी के ही लोग मुझे गुनहगार बताने लगे। एक वक्त लाल कृष्ण आडवाणी, नितिन गडकरी, गोपीनाथ मुंडे बीजेपी को चलाते थे। लेकिन उनके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह पार्टी की कमान संभाले हुए हैं। यह तो एक प्रक्रिया है। नए लोग आएंगे और बदलते जाएंगे। पार्टी एक व्यक्ति की नहीं है।

पंकजा ने आगे कहा कि कुछ लोगों के हाथ में अब पार्टी आ गई है। इस पार्टी को सभी लोगों की पार्टी बनाना है ना कि कुछ लोगों की। आज मैं कोर कमेटी की सदस्य तक नहीं हूं। मुझे कोई पद की अपेक्षा भी नहीं है।

अजित पवार की बगावत पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि अजित पवार के शपथ लेने के बाद मैंने सुप्रिया सुले के आंखों में आंसू भी देखे। मुझे यह देखकर बड़ा दुख हुआ। घर जब टूटता है तब मुझे पता है क्या होता है। मैंने सुप्रिया सुले और मेरे एक कॉमन दोस्त को यह बात बताई कि अजित पवार का पार्टी छोड़ कर जाना मुझे अच्छा नहीं लगा। इसके बाद भी वो बाद में लोगों से खुशी-खुशी मिलती रहीं, क्योंकि उनके पीछे उनके पिता शरद पवार खड़े थे।

अपने संबोधन में पंकजा मुंडे ने आगे कहा कि मैं अपनी पार्टी खड़ी करूंगी या नहीं यह मैं बाद में तय करूंगी। मैं हाथ में मशाल लेकर पूरे महाराष्ट्र का दौरा करूंगी। मैं दोबारा संघर्ष यात्रा निकालूंगी और बताउंगी की मैं क्या हूं।

पंकजा ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि शांत बैठी हूं तो यह मत समझना कि आग नहीं है मुझमें, अगर जलने लगी तो समंदर कम पड़ जाएगा बुझाने के लिए। इस दौरान पंकजा मुंडे ने घोषणा की है कि वे 27 जनवरी से महाराष्ट्र का दौरा करेंगी।

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