बिहार: माता-पिता ने 50 साल के व्यक्ति को बेची नाबालिग बेटी, किन्नरों ने बचाया
प्रयागराज में एक ट्रेन से कुछ किन्नरों ने नाबालिग बच्ची को तस्करों के चंगुल से बचाया है। बच्ची बिहार की रहने वाली है और झारखंड के रहने वाले व्यक्ति के साथ ट्रेन में सवार थी। वह कथित तौर पर बच्ची को उसके माता-पिता से खरीदकर लाया था। बच्ची को उसकी शादीशुदा कजिन के पास सुरक्षित भेज दिया गया है। जिसके बाद शुक्रवार को उसने अपने माता-पिता के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
भभुआ के एसडीपीओ अजय प्रसाद का कहना है कि कैमूर पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज करके नवादा पुलिस को बच्ची का बयान भेज दिया है। बच्ची नवादा जिले की रहने वाली है। नवादा पुलिस को बच्ची के माता-पिता और दो अन्य लोगों के खिलाफ बाल विवाह अधिनियम और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज करने के लिए कहा है।
माता-पिता ने बेचा
15 वर्षीय बच्ची का कहना है कि उसके माता-पिता ने उसे झारखंड के रहने वाले 50 वर्षीय व्यक्ति को 1.5 लाख रुपये में बेचा है। बच्ची का कहना है कि वह अभी 9वीं कक्षा में पढ़ती है और आगे भी पढ़ना चाहती है। लेकिन उसके माता-पिता उसपर शादी करने का दबाव बना रहे थे।
बच्ची ने कहा कि इस काम में उसके दो अंकल भी शामिल थे। आरोपी व्यक्ति के साथ भेजने से पहले उसे बेहोश किया गया। जब वह होश में आई तो उससे कहा गया कि वह व्यक्ति उसे अपनी बेटी की तरह रखेगा और सभी तरह की सुविधाएं देगा। बच्ची ने कहा कि उसके घर वाले उसे उसका पति बता रहे थे।
आरोपी आदमी बच्ची को अपने घर ले गया और वहां उसके साथ रेप करने की कोशिश की। बाद में व्यक्ति ने उसे पुणे में किसी अन्य तस्कर को 6 लाख रुपये में बेच दिया। बच्ची को जब इस बात का पता चला तो उसने घर से भागने का फैसला किया। जब वह ट्रेन में बैठी को उसे कुछ किन्नरों मिले। उन्हें उसने आपबीती सुनाई। जिसके बाद उसे बचाया गया।