बिट्टू की हत्या से कोटकपूरा गोलीकांड मामला- जांच को लगा झटका, राम रहीम से पहले बिट्टू से पूछताछ करना चाहती थी SIT
बरगाड़ी बेअदबी व कोटकपूरा गोलीकांड की जांच कर रही SIT के प्रमुख सदस्य व आइजी कुंवर विजय प्रताप सिंह ने कहा है कि डेरा प्रेमी महिंदर पाल बिट्टू की हत्या से कोटकपूरा गोलीकांड मामले की जांच को झटका लगा है। मामले में बिट्टू से पूछताछ करने की तैयारी की जा रही थी।
कुंवर ने कहा कि हाल ही में हरियाणा जेल के अधिकारियों से एक पत्र प्राप्त हुआ था। इसमें उन्होंने SIT को रोहतक की सुनारिया जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा सिरसा के प्रमुख राम रहीम की जांच की अनुमति दे दी थी। उसकी जांच करने के लिए जाने से पहले SIT ने इसी सप्ताह नाभा जेल में बिट्टू को जांच में शामिल करने का फैसला किया था, लेकिन इससे पहले ही उनकी हत्या हो गई।
SIT को बिट्टू को जांच में शामिल करने से इन घटनाओं से तथाकथित डेरा सिरसा के अनुयायियों के लिंक का सुराग मिलने की उम्मीद थी, जिसके आधार पर डेरा प्रमुख से सवाल पूछे जाने थे। आइजी ने कहा कि इस पहलू को बिट्टू की हत्या मामले की जांच कर रही टीम के साथ भी साझा किया गया है।
गौरतलब है कि आइजी कुंवर विजय प्रताप सिंह की अगुवाई में SIT ने 27 मई, 2019 को कोटकपूरा गोलीकांड मामले में फरीदकोट अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी थी, जिसमें यह उल्लेख किया गया था कि रोहतक जेल अधिकारियों के असहयोग के कारण उनकी टीम 2 अप्रैल, 2019 को गुरमीत राम रहीम से पूछताछ नहीं कर सकी थी। चार्जशीट में यह भी जानकारी दी गई थी कि रोहतक के डिप्टी कमिश्नर, जेल अधीक्षक समेत अन्य उच्च जेल अधिकारियों ने जानबूझकर कर डेरा प्रमुख से जांच करने संबंधी फरीदकोट अदालत द्वारा दिए आदेश की अवहेलना की गई थी।