बिजनौर: मशहूर शायर राहत इंदौरी को खिराज़ ए अकीदत की गई पेश
बिजनौर। हिन्दुस्तान के मशहूर शायर राहत इंदौरी की मौत की खबर नगर के अदब नवाज़ो तक पहुंची तो लोगों में शोक की लहर दौड़ गई। क्योंकि जितनी नजीबाबाद के अदब नवाज़ लोगों को राहत इंदौरी से प्यार था उतना ही प्यार राहत इंदौरी को भी नजीबाबाद के समाइन से था।
बुधवार को नगर के मोहल्ला मुनीरगंज निवासी मास्टर दिलदार अहमद के निवास स्थान पर आयोजित की गई। बैठक में नगर के जिम्मेदार लोगों ने राहत इंदौरी को खिराज़ ए अकीदत पेश की और उन्हें दुनिया का बेहतरीन शायर बताते हुए उनको याद किया। एडवोकेट खुर्शीद आलम ने कहा कि राहत इंदौरी जैसे शायर शायद ही अब कभी मुशायरों को मिले।
साहित्यकार दानिश सैफी ने राहत इंदौरी को क़लंदर बताते हुए कहा कि उन का अंदाज शाहो वाला था। जिया अंसारी ने राहत इंदौरी को कौम को अपनी शायरी से बेदार करने वाला मुजाहिद बताया। हसीनुद्दीन उर्फ कक्कू की अध्यक्षता व शायर शादाब जफर शादाब के संचालन में आयोजित बैठक में हसीनुद्दीन उर्फ कक्कू भाई, मौलाना इम्तियाज़ कासमी, साजिद हुसैन, इमरान अहमद एडवोकेट, गुलज़ार सैफी, इरशाद अहमद पूर्व सभासद, मास्टर दिलदार अहमद, मोहम्मद रफी, शादाब जफर शादाब ने दो मिनट का मौन रखकर राहत साहब को खिराज़ ए अकीदत पेश की।