किस मैसेज से टूटा बांद्रा का लॉकडाउन और जुटी ये हजारों की भीड़?

बांद्रा में आज हजारों की तादाद में लोग जुटे। कोरोना वायरस के चलते देशभर में लॉकडाउन के बीच इतनी संख्या में लोगों के एकसाथ जुटने के बाद हड़कंप मच गया। आनन फानन में पुलिस और स्थानीय नेता वहां पर पहुंचे, लेकिन जब उनकी बातें नही सुनी गई तो पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया।

दरअसल, बांद्रा में लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरफ से दूसरी बार लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा के करीब 6 घंटे बाद ये लोग बांद्र स्टेशन के नजदीक सड़कों पर आ गए और मांग की कि उन्हें उनके मूल स्थानों को जाने के लिए परिवहन की व्यवस्था की जाए। ये सभी प्रवासी मजदूर मुंबई में दिहाड़ी पर काम करते हैं।

कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए पिछले महीने लॉकडाउन लागू होने के बाद से दिहाड़ी मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। इससे उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि अधिकारियों और गैर-सरकारी संगठनों ने उनके भोजन की व्यवस्था की है, लेकिन उनमें से अधिकतर पाबंदियों के चलते हो रही दिक्कतों के चलते अपने मूल स्थानों को वापस जाना चाहते हैं।

पुलिस ने बताया- लॉकडाउन बढ़ने से दुखी थे प्रवासी मजदूर

इस घटना पर मुंबई पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) डीसीपी प्रणय अशोक ने कहा, “आज शाम 4 बजे बांद्रा रेलवे स्टेशन के पास लगभग 1500 लोग इकट्ठा हुए। उनमें से ज्यादातर बाहर से आए प्रवासी मजदूर थे। वे लॉकडाउन बढ़ने से दुखी थे और अपने घरों को वापस जाना चाहते थे। उन्होंने प्रशासन के आगे अपनी मांग रखी।”

इसके साथ ही उन्होंने हालात को सामान्य बताया। पुलिस ने कहा, “स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने मौके पर जाकर उनसे बात की और उन्हें समझाने की कोशिश की। इस दौरान भीड़ का एक हिस्सा हिंसक हो गया इसलिए उन्हें नियंत्रित करने के लिए हल्के बल का इस्तेमाल करना पड़ा। भीड़ को तितर-बितर किया गया। पुलिस तैनात कर दी गई है। स्थिति सामान्य है।”

जानें कितना महंगा हो जाएगा लॉकडाउन के फ्लाइट टिकट का किराया,इस रिपोर्ट ने…

गृह मंत्री ने किया उद्धव को फोन

उधर, बांद्रा की घटना के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने उद्धव ठाकरे को फोन कर इस घटना पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि ऐसी घटना से कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई कमजोर पड़ेगा। अमित शाह ने ठाकरे को इसमें अपना पूरा समर्थन दिया। इसके बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा ट्रेन चलने की अफवाह के चलते हुआ है और इतनी बड़ी संखया में प्रवासी कामगार बांद्रा स्टेशन पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि इसे कोई और रंग न दिया जाए।

Back to top button