बहु को हुआ अपने ससुर से इश्क, जब प्यार में हुए पागल तो ये हुआ अंजाम

बिहार: कहते हैं प्यार अंधा होता है.  प्यार करने वाले ना किसी से डरते हैं और ना ही उन्हें किसी चीज की परवाह होती है.  आए दिन अखबारों में अजीबो-गरीब खबरें पढ़ने या देखने को मिलती हैं.  जहां दो प्यार करने वाले कभी घर से भाग जाते हैं तो कभी किसी ना किसी की जान ले लेते हैं.  प्यार में दो प्रेमी इतने पागल हो जाते हैं कि उन्हें किसी की अच्छाई या बुराई से उन्हें कोई फर्क ही नहीं पड़ता.  प्यार करने वाले ना तो उम्र देखते हैं और ना ही किसी शक्ल के मोहताज होते हैं.  कोई प्रेमी प्यार में किसी भी हद तक जाने की हिम्मत रखता है.  आज हम आपको दो वैसे प्रेमियों की कहानी बताने जा रहे हैं , जिसको पढ़कर आपके पैरों तले से जमीन ही खिसक जाएगी.  भारत जैसे संस्कारी देश में जहां ससुर को बाप जैसी मान्यता दी जाती है,  वही आज हम आपको एक ऐसे ससुर की दास्तान बताने जा रहे हैं,  जिसने शर्म की सारी हदों को लांग दिया.  दरअसल, इस बाप समान ससुर के अपनी ही बहू के साथ साथ नाज़ायज़ सम्बन्ध थे जिसके चलते दोनो ने शादी रचा ली.  बहरहाल,  चलिए जानते हैं आखिर यह पूरा मामला क्या है…

बहु को हुआ अपने ससुर से इश्क, जब प्यार में हुए पागल तो ये हुआ अंजामआपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि यह मामला बिहार के बेगमपुर बीन टोला का है.  जहां एक बाप बेटी के रिश्ते को शर्मसार कर दिया क्या.  दरअसल बिहार के एक पिता ने अपने ही बेटे के साथ गद्दारी कर दी और उसकी बहु पर डोरे डाल कर उससे शादी रचा ली.  जब बेटों को अपने बाप की इस करतूत का पता चला तो वह गुस्से में पागल हो गया.  जिसके बाद उसने पुलिस से मदद मांगी.  पुलिस ने मामले की कार्रवाई के चलते उसके पिता को जेल में बंद कर दिया.  परंतु हद तब पार हो गई जब उस बेटे के बाप की नई दुल्हन ने जीने मरने की कसम खाते हुए अपने पति को छुड़ाने के लिए मांग रख दी.

जब महिला को उसके नई पति के जेल जाने की खबर मिली तो वह पुलिस थाने पहुंचकर जोर जोर से रोने लग गई.  साथ ही मैं पुलिस को कहने लग गई कि “इसको छोड़ दो.हम एक साथ जियेंगे और एक साथ ही मरेंगे”. ऐसा सुन कर पूरा थाना चौंक गया. भला प्यार में इतना भी क्या पागलपन कि सभी रिश्ते नातों की शर्म ही भूल जाये. इस औरत का पहला पति था फिर भी इसने उसी के बाप से संबंध बना कर शादी कर ली ऐसा मामला शायद आपने पहले कभी नही देखा या सुना होगा.

शायद इसीलिए कहा जाता है कि ये कलयुग का दौर है. यहां लोगों को अपने रिश्ते नातों की भी परवाह नही रही है. अब लोग बाप समान लोगों से शादी रचा रहे है तो दूसरी और बाप समान युवक भी अपनी ही बहु बेटियों ओर गंदी नज़रें टिकाये रखते हैं. आज की नई पीढ़ी को शशर्म लिहाज़ जैसी चीज़ ही नहीं रही. ऐसे लोग हमारे भारतीय समाज पर एक कलंक हैं जो हमारे भारत को दिनों दिन खोखला कर रहे हैं. माना प्यार गलत नही है मगर, इसके लिए एक हद भी होती है, जिसको पार करना बहुत गलत है.

 
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