बरसात में होते हैं सबसे ज्यादा Road accident, बचने के ये हैं 7 सबसे असरदार उपाय

भारत में कई राज्यों में बारिश शुरू हो चुकी है और अब धीरे-धीरे देश के अन्य इलाकों में भी बारिश शुरू होने वाली है। बरसात के मौसम में सड़क हादसों का खतरा सबसे ज्यादा रहता है क्योकिं, रोड्स पर ऑयल, कीचड़, पानी रहता है जिसकी वजह से टू-व्हीर्ल्स वालों के साथ दुर्घटना ज्यादा होती है। इतना ही नहीं कई बार गड्ढों में पानी भर जाता है और रात में यह नज़र नहीं आता, जिसकी वजह से काफी लोग हादसों का शिकार बनते हैं। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि बरसात के मौसम में बाइक या कार चलाते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाइये।

 1. बरसात से पहले सर्विस

दोस्तों आप चाहे टू-व्हीलर चलाते हो या फोर-व्हीलर एक बात हमेशा ध्यान रखें कि बरसात से पहले अपनी गाड़ी की सर्विस जरूर करवा लें। आजकल तो कई कार कंपनियां भी फ्री मानसून चेकअप के कैंप लगा रही हैं, जबकि बाइक और स्कूटर के लिए भी ऐसे ही कैंप देखने को मिलते हैं। सर्विस कराने से गाड़ी न केवल अच्छी होगी बल्कि मानसून के लिए भी तैयार हो जायेगी। क्योकिं सर्विस से छोटी मोटी दिक्कतें खत्म हो जाती हैं।   

 2. ग्रिप वाले टायर्स

जिन गाड़ियों के टायर्स में ग्रिप खत्म हो जाती हैं यानी जो टायर्स गंजे हो जाते हैं वो सबसे ज्यादा खतरनाक साबित होते हैं। ऐसे टायर्स हादसों का सबसे बड़ा कारण बनते हैं। वही ब्रेकिंग के समय भी काफी दिक्कतें आती हैं। जिन टायर्स में ग्रिप नहीं होती वो रोड्स पर ज्यादा स्लिप होते हैं और कई बार राइडर का संतुलन बिगड़ जाता है। इसलिए घिसे हुए टायर्स को अनदेखा न करें और तुरंत इन्हें बदल डालें। एक बात ध्यान में रखें, कुछ दुकानों पर ऐसे घिसे हुए टायर्स पर ग्रिप चढ़ाई जाती है जोकि सुरक्षा के मामले में सही नहीं होती। ऐसे टायर्स को अपने वाहन में लगवाने से बचें।अक्सर देखने में आता है कि लोग सस्ते के चक्कर में इस तरह के टायर्स अपनी गाड़ी में लगवा लेते हैं।  

3. ब्रेक पर ध्यान देना सबसे जरूरी

बारिश के मौसम में ब्रेकिंग का सही तरीके से इस्तेमाल करना बेहद जरूरी होता है। कई अचानक से गाड़ी रोकनी पड़ जाती है और सही तरीके से ब्रेक न लगने पर हादसा हो जाता है। इसलिए बरसात के समय गाड़ी धीरे चलायें, जल्दबाज़ी में ड्राइव करने से बचें। इसके अलावा बरसात में पानी ब्रेक्स में चला जाता है जिसकी वजह से ब्रेक के खराब होने का खतरा बना रहता है और ब्रेक कई बार काम नहीं करते क्योकिं बरसात के पानी में चिकनाहट भी मौजूद होती है। ऐसे में चेक करते रहें कि आपका ब्रेक सही से काम कर रहा है या नहीं।
 

4. साफ़ वाइजर वाला हेलमेट

टू-व्हीलर चलाते समय हमेशा हेलमेट पहने, और हेलमेट सिर्फ अच्छी कंपनी और ISI मार्क वाला ही होना चाइये। नकली और सस्ते हेलमेट बिलकुल न पहले क्योकिं ये आपके सिर की सुरक्षा कभी नहीं करते। इतना ही नहीं लोकल हेलमेट का वाइजर हल्की क्वालिटी का होता है और जल्दी ही इस पर निशान पर जाते हैं । बरसात में हेलमेट का वाइजर काफी अहम भूमिका निभाता है। इसलिए इसका सही और साफ़ होना बिलकुल जरूरी है। बरसात में आप एंटी-फॉग शिल्ड वाले हेलमेट का इस्तेमाल कर सकते हैं क्योकिं इससे बारिश के दौरान ज्यादा साफ़ और बेहतर दिखाई देगा। कीमत के मामले में ये थोड़े से महंगे जरूर होते हैं लेकिन आपको सेफ्टी भी देते हैं।
 

5. रिफ्लेटर रेन कोट या जैकेट  

बरसात में रेन कोट या जैकेट तो हम सभी पहनते हैं लेकिन सुरक्षा के लिहाज से ये ठीक नहीं होते। ऐसे में रिफ्लेटर वाले रेनकोट या जैकेट का इस्तेमाल करने से आपको फायदा होगा। क्योकिं रात के समय अक्सर रोड्स पर लाइट नहीं होती ऐसे में रिफ्लेटर वाले रेनकोट पहनने से सामने या पीछे से आ रहे ड्राइवर को आसानी से अंदाजा लग जाएगा कि सामने कोई वाहन है। इससे चालक की सुरक्षा बढ़ जाती है।  

  
6. कंट्रोल में चलाए गाड़ी

बरसात के मौसम में गाड़ी संभलकर कर चलायें, क्योकिं सड़क हादसों में ये भी एक बड़ा कारण है। कंट्रोल में गाड़ी चलायें, कोशिश कीजिये घर से 15 मिनट पहले निकलें इससे आप जल्दबाजी करने से बच जायेंगे। क्योकिं अचानक ब्रेक लगाने से बाइक या स्कूटर फिसल जाता है और भयंकर चोटें लगती हैं। गाड़ी की रफ्तार धीमी करें।
 

7. गाड़ी के इलेक्ट्रिक पार्ट्स की करें जांच 

कार हो या बाइक को बरसात के मौसम में लगातार बैटरी या फिर इलेक्ट्रिक पार्ट्स की जांच करना बेहद जरूरी होता है क्योकिं बारिश का पानी इन पार्ट्स में चला जाता है जिसकी वजह से इनके खराब होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा कार विंडशील्ड और वाइपर्स की अच्छी तरह से चांज कर लें और अगर खराब हो गये हैं तो इन्हें बदलवा लें।
 
दोस्तों अगर आप इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखेंगे तो बरसात के मौसम में आपको ड्राइव करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। साथ ही बारिश का आनंद भी उठा पायेंगे  
 
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