बरसात में विकराल रूप धारण कर लेने वाली ये नदियों को लेकर नगर निगम इस बार पहले ही हो गया सतर्क…

हर साल तेज बरसात में विकराल रूप धारण कर लेने वाली बिंदाल व रिस्पना नदी को लेकर नगर निगम इस बार पहले ही सतर्क हो गया है। महापौर सुनील उनियाल गामा ने जलभराव से बचने को लेकर नगर निगम को प्रशासन के साथ कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया है। दोनों नदियों में समय रहते सफाई का कार्य पूरा कराने के निर्देश दिए गए और उप-खनिज के चुगान पर भी विचार किया जा रहा है।

शहर के बीचोंबीच से गुजर रहीं बिंदाल व रिस्पना नदी के किनारे दर्जनों अवैध मलिन बस्तियां बसी हुई हैं। इसमें हजारों मकान बने हैं। अतिक्रमण के चलते इन नदियों का आकार छोटा हो गया है और भारी बरसात में इस कारण से नदियों का जलस्तर काफी बढ़ जाता है। 

इनका पानी लोगों के घरों में घुस जाता है। बिंदाल नदी के किनारे स्थित खुड़बुड़ा, कांवली, इंदिरा नगर, गोविंदगढ़, ब्रह्मपुरी आदि प्रभावित क्षेत्र हैं तो रिस्पना के किनारे राजीव नगर, काठ बंगला समेत दीपलोक कॉलोनी, मोहिनी रोड नई बस्ती आदि प्रभावित इलाके हैं। 

हर साल बरसात में इन इलाकों में भारी नुकसान होता है व कई भवन नदी के बहाव में समा जाते हैं। ये नदियां कईं जानें भी लील चुकी हैं मगर हर बार प्रशासन इससे बचाव पर उदासीन बना रहता है। इस दफा महापौर गामा की ओर से पहल करते हुए नदियों की सफाई कराने का निर्णय लिया गया है।

महापौर ने बताया कि दोनों नदियों में उप-खनिज भी काफी मात्रा में जमा हो चुका है और इसी वजह से इनका जल-स्तर काफी बढ़ जाता है। जिला प्रशासन से उप-खनिज चुगान कराने को कहा गया है। 

गंदगी फैलाने पर 41 का चालान 

नगर निगम ने प्रतिबंधित पॉलीथिन की बिक्री एवं सार्वजनिक स्थान पर थूकने या गंदगी फैलाने वालों पर कार्रवाई करते हुए मंगलवार को 41 लोगों के चालान काटे व नौ हजार रुपये जुर्माना वसूल किया। नगर निगम के विशेष सफाई अभियान के तहत मंगलवार को टीम ने शहरभर में 48 ट्राली मलबा व कूड़ा उठाया। नगर आयुक्त विनय शंकर पांडये ने बताया कि अभियान जारी रहेगा और सफाई व्यवस्था में किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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