बजरंगी का अगला लक्ष्य यूथ नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप, 10 हजार मीटर की कर रहा तैयारी

एथलीट बजरंगी प्रजापति कभी अपने गांव उप्र के बनारस के रमस्तीपुर की मिट्टी पर दौड़ा करता था। पिता छोटे किसान हैं और आर्थिक स्थिति भी बेहद खराब, लेकिन कुछ कर गुजरने के जज्बे से उसने पैदल चाल का नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बना दिया। वह मध्यप्रदेश एथलेटिक्स अकादमी से जुड़ा एथलीट है। पंजाब के संगरूर में जारी राष्ट्रीय शालेय एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गुरुवार को उसने नए नेशनल मीट रिकॉर्ड के साथ राष्ट्रीय स्कूल चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीत लिया।

उत्तराखंड के परमजीत सिंह का तोड़ा रिकॉर्ड

संगरूर में चैंपियनशिप के दूसरे दिन बजरंगी ने 5000 मीटर पैदल चाल में 20:42.71 मिनट का समय निकालते हुए यह उपलब्धि हासिल की। इससे पहले नेशनल मीट का रिकॉर्ड उत्तराखंड के परमजीत सिंह के नाम था जो उन्होंने दिल्ली में पिछले साल 20:53.65 मिनट के समय के साथ बनाया था।

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एथलेटिक्स तक ले गई पैसों की कमी-बजरंगी ने बताया कि वह अभी नवीं कक्षा में पढ़ता है। घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। पिता ओमप्रकाश किसान हैं और घर में बड़ा बेटा वो ही था, ऐसे में आगे बढ़ना किसी चुनौती से कम नहीं था।

इसलिए आर्थिक स्थिति से उबरने के लिए उसने एथलेटिक्स को चुना। दो साल पहले ही मप्र एथलेटिक्स का ट्रॉयल दिया और चयन होने के बाद सीधे अकादमी की बोर्डिंग से जुड़ गया। बजरंगी ने बताया कि अकादमी की कॉशन मनी जमा करने के लिए उसके पास 8500 रुपए नहीं थे तो कोच और खेल विभाग ने जमा किए।

सुबह-शाम किया अभ्यास-बजरंगी ने बताया कि उसने अकादमी में रहते हुए सुबह-शाम तात्या टोपे स्टेडियम में वॉकिंग की तैयारी की। कोच एसके प्रसाद ने तैयारी करवाई। इसमें डाइट का भी अहम रोल रहा है। तय मानकों के अनुसार ही भोजन लिया। बजरंगी का अगला लक्ष्य यूथ नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप है। इसमें वह 10 हजार मीटर की तैयारी कर रहा है।

मप्र अकादमी ने जीते पांच पदक

संगरूर में आयोजित राष्ट्रीय शालेय एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दूसरे दिन मप्र एथलेटिक्स अकादमी के खिलाड़ियों ने पांच पदक अपने नाम किए। इसमें बजरंगी ने स्वर्ण, लांग जंप में अविनाश कुमार ने रजत, 1500 मीटर में अर्जुन वास्कले ने रजत, अभिषेक ठाकुर और बुशरा खान गौरी ने कांस्य पदक जीता है।

– ‘बजरंगी ने राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता है। मात्र एक साल अकादमी में रहने के बाद उसका रिकॉर्ड बनाना गजब है।” – एसके प्रसाद, कोच मप्र एथलेटिक्स अकादमी

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