बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है माँ का मोटापा

एक नए शोध में पता चला है कि दुबली-पतली महिलाओं की तुलना में मोटापे से ग्रसित महिलाओं से जन्मे शिशुओं की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो सकती है। अध्ययन के मुताबिक, गर्भावस्था से पहले मां का वजन गर्भ धारण करने के बाद जन्मे बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता पर प्रभाव डालता है। इससे बच्चों में दिल संबंधी और दमा जैसी संभावित बीमारियों का खतरा होता है।

इस अध्ययन की अग्रणी अनुसंधानकर्ता अमेरिका के कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय की एसोसिएट प्रोफेसर इल्हम मेसाउद के मुताबिक, “कई शोधों के बाद पता चला है कि गर्भावस्था से पहले मोटापा और गर्भावस्था के दौरान अत्यधिक वजन से होने वाले शिशुओं में दिल संबंधी रोग और दमे जैसी बीमारियों की संभावना अधिक होती है।”

मेसाउद ने कहा, “हमारे शोध से शिशुओं की प्रतिरक्षा प्रणाली में बदलाव और आगे चलकर इन रोगों की संवेदनशीलता में संभावित संबंध का पता चलता है।” यह अध्ययन अमेरिका की 39 माताओं पर किया गया। इसमें गर्भवती दुबली-पतली, अधिक वजन वाली और मोटी महिलाओं के गर्भनाल रक्त के नमूनों की प्रतिरक्षा प्रणाली का शोध किया गया।

मेसाउद ने कहा, “कुछ शिशुओं के सीडी4 टी-कोशिकाओं में कमी देखी गई।” गौरतलब है कि सीडी4-टी कोशिकाएं मानव प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए जरूरी है। यह शोध ‘पेडियाट्रिक एलर्जी एंड इम्यूनोलॉजी’ पत्रिका में प्रकाशित होने वाला है।

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