बगावत और भितरघात की आशंका से डरी BJP, अपनाया उमा भारती के जमाने का टोटका

मध्यप्रदेश की फिजाओं में ठंड के इस मौसम में चुनावी गर्मी साफ महसूस की जा रही है. बीजेपी हो या चाहे कांग्रेस दोनों ही प्रमुख दलों के नेता बची हुई सीटों पर अपनी दावेदारी ठोंकने के लिए भोपाल और दिल्ली के चक्कर काट रहे हैं तो वहीं जिनके नाम अब तक लिस्ट में सामने नहीं आए हैं वे भी अपनी नाराजगी जताने और दमखम दिखाने की कोशिश में लगे हुए हैं. चुनावी जोड़तोड़ और दलबदल का दौर भी प्रदेश में शुरू हो चुका है लेकिन इसी बीच एक खबर यह भी आई है कि बीजेपी सत्ता में वापसी के लिए अपने पुराने टोटके को एक बार फिर आजमा रही है.बगावत और भितरघात की आशंका से डरी BJP, अपनाया उमा भारती के जमाने का टोटका

बीजेपी ने फिर आजमाया उमा भारती के जमाने का टोटका
जी हां, भोपाल स्थित बीजेपी मुख्यालय के मुख्य द्वार के पास इसी टोटके के तहत एक पानी की टंकी बनाई गई है. आपको बता दें कि बीजेपी कार्यालय में यह पानी की टंकी पहली बार नहीं बनी है. उमा भारती के दौर में 2003 से पहले भी इसी जगह पानी की टंकी बनाई गई थी. लेकिन बाद में इसे तोड़कर वहां सुरक्षाकर्मियों के लिए एक कमरा बना दिया गया था. अब जब चुनाव सिर पर हैं और कुछ बड़े चेहरे पार्टी का दामन छोड़ने की तैयारी में हैं और भितरघात की आशंका चरम पर जताई जा रही है. उस वक्त बीजेपी ने अपने पुराने टोटके को एक बार फिर आजमाने की कोशिश की है.

प्रदर्शनों और बगावत को रोकने के लिए बनाई गई टंकी

बीजेपी मुख्यालय के पास बने सुरक्षाकर्मियों के कमरे को तोड़ दिया गया है और वहां फिर से पानी की टंकी बना दी गई है. बताया जा रहा है कि यह पानी की टंकी बीजेपी दफ्तर में टिकट को लेकर हो रहे प्रदर्शनों और बगावत को रोकने के लिए बनाई गई है. आपको यहां यह भी बता दें कि बीजेपी ने अब तक 230 विधानसभा सीटों में 176 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं. पहली सूची जारी करने के लगातार उठ रहे बगावती सुरों को लेकर भाजपा सतर्क हो गई है. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही उसकी दूसरी लिस्ट भी सामने आ जाएगी. शायद यही वजह है कि उस लिस्ट के सामने आने से पहले ही यह टोटका आजमा लिया गया है.

बीजेपी सांसद बोले- ईश्वर और वास्तु दोनों पर हमारी आस्था
पानी की टंकी पर भोपाल से बीजेपी सांसद आलोक संजर ने सफाई देते हुए जी मीडिया से कहा, “वास्तु हर किसी की जरूरत है. ईश्वर और वास्तु दोनों पर हमारी आस्था है. बीच में भले तोड़ दी गई हो, जब जरूरत नहीं थी. लेकिन, अब जरूरत है तो बना दी. पानी हर किसी की जरूरत है.”

ज्योतिषाचार्य बोले- समृद्धि के लिए बनायी जाती है पानी की टंकी
इस टंकी के बारे में जब जी मीडिया ने बीजेपी दफ्तर में पूजन पाठ कराने वाले ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद विष्णु राजौरिया से बातचीत की तो उन्होंने कहा, “मुख्य द्वार के बगल में पानी की टंकी बने रहने से घर और कार्यालय में रहती है सुख शान्ति. श्री योग और समृद्धि के लिए बनायी जाती है पानी की टंकी.”

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